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    72 साल के मिथुन चक्रवर्ती का दर्दनाक खुलासा- खाली पेट फुटपाथ पर सोया, मेरे रंग के कारण अपमान सहा

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    Mithun chakraborty

    सारेगामापा लिटिल चैंप्स के 9वें सीज़न के साथ एक बार फिर सिंगिंग के बेमिसाल नन्हें उस्तादों को सबसे बड़े मंच पर चमकने का मौका दे रहा है! इस शो को शंकर महादेवन, अनु मलिक और नीति मोहन जज कर रहे हैं। एक खास एपिसोड के लिए मिथुन चक्रवर्ती सारेगामापा के मंच पर पहुंचे। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती और पद्मिनी कोल्हापुरे सेलिब्रेटिंग डिस्को किंग्स स्पेशल एपिसोड के लिए पहुंचे। शूटिंग के दौरान जहां सभी टैलेंटेड बच्चों की जोरदार परफॉर्मेंस जजों के साथ-साथ स्पेशल गेस्ट्स को भी प्रभावित कर रही थी, वहीं मिथुन चक्रवर्ती ने अपनी जिंदगी का एक खास किस्सा सभी को सुनाया। जिसके बाद वहां मौजूद सभी लोग चौंकने के साथ भावुक भी हो गए। मिथुन की जिंदगी की कहानी सुनकर सेट पर सभी लोग भावुक हो जाएंगे। अपने संघर्ष भरे जिंदगी के सफर के बारे में बात करते हुए मिथुन चक्रवर्ती ने बताया कि किस तरह उन्हें अपने सांवले रंग के कारण अपमान सहना पड़ता था।

    मुझे तो अपने रंग से बुलाया जाता-मिथुन चक्रवर्ती

    मुझे तो अपने रंग से बुलाया जाता-मिथुन चक्रवर्ती

    एक किस्सा बताते हुए उन्होंने कहा कि ज़िंदगी में कभी हार ना मानें और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी से कड़ी मेहनत करते रहें। वह आगे कहते हैं कि मैं कभी नहीं चाहता कि मैं ज़िंदगी में जिन हालातों से गुजरा हूं, उससे कभी कोई और गुज़रे। सभी ने अपने-अपने संघर्षों और मुश्किलों का सामना किया है, लेकिन मुझे तो अपने रंग से बुलाया जाता था।

    मुझे खाली पेट सोना पड़ा -मिथुन चक्रवर्ती

    मुझे खाली पेट सोना पड़ा -मिथुन चक्रवर्ती

    मुझे अपने रंग के कारण कई सालों तक अपमानित किया जाता रहा। ऐसे बहुत-से दिन आते थे, जब मुझे खाली पेट सोना पड़ा था और मैं सोने के लिए रोता था। अपना दर्द जाहिर करते हुए मिथुन ने कहा कि असल में ऐसे भी दिन थे, जब मुझे अपने अगले खाने के बारे में सोचना पड़ता था और यह भी कि मैं कहां सोऊंगा।

    मानसिक रूप से तोड़ देगी - मिथुन चक्रवर्ती

    मानसिक रूप से तोड़ देगी - मिथुन चक्रवर्ती

    मैं कई दिनों तक फुटपाथ पर भी सोया। यही वजह है कि मैं नहीं चाहता कि कभी मेरी बायोपिक बने! मेरी कहानी कभी किसी को प्रेरणा नहीं देगी, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से तोड़ देगी और उनके सपनों की राह में उन्हें हतोत्साहित कर देगी, और मैं नहीं चाहता कि ऐसा हो। अगर मैं कर सकता हूं तो फिर कोई भी कर सकता है।

    मिथुन चक्रवर्ती का संघर्ष

    मिथुन चक्रवर्ती का संघर्ष

    मैंने इस इंडस्ट्री में खुद को साबित करने के लिए बहुत लड़ाई लड़ी है। मैं इसलिए बड़ा नहीं कहलाना चाहता क्योंकि मैंने बहुत-सी हिट फिल्में दी हैं बल्कि मैं इसलिए लेजेंड हूं क्योंकि मैंने अपनी जिंदगी के सभी दर्द और संघर्षों को पार किया है।"

    English summary
    Mithun chakraborty talk about his struggling because of skin colour and dont want his biopic
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