Just In
- 32 min ago सेल्सपर्सन बनकर किया काम, प्रेग्नेंट मां थी होटल में नौकर, बचपन के स्ट्रगल बताते हुए इमोशनल हुई ये एक्ट्रेस
- 40 min ago बिपाशा बासु ने पोस्ट की डिलीवरी रूम की तस्वीरें, बोलीं- इस हालत में भी पति लगातार कर रहे थे ऐसा काम
- 49 min ago ऋषि कपूर के साथ फिल्मी सफर शुरू करने वाली इस एक्ट्रेस ने की हैं चार शादियां, आज है करोड़ों की मालकिन, पहचान ?
- 1 hr ago सीमा हैदर की बहन रीमा के साथ गुलाम हैदर ने बनाया ऐसा वीडियो, जीजा के सामने गिड़गिड़ाई- हमारा जीना मुश्किल हो..
Don't Miss!
- News कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज, जानिए क्या है मामला
- Finance National Pension Scheme: जानिए कैसे राष्ट्रीय पेंशन स्कीम के जरिए टैक्स बचा सकते हैं आप?
- Technology 4 कलर ऑप्शन के साथ boat Storm Call 3 स्मार्टवॉच लॉन्च, मिलेंगे कई कमाल के फीचर्स
- Lifestyle इंटरव्यू के लिए बेस्ट हैं IAS रिया डाबी के ये 5 फॉर्मल ब्लाउज पैटर्न, देंगे प्रोफेशनल लुक
- Education UP Board 12th Toppers List 2024:इंटर में सीतापुर के शुभम ने किया टॉप, 453 छात्र टॉप 10 में, देखें टॉपर्स लिस्ट
- Automobiles Bajaj Chetak इलेक्ट्रिक स्कूटर का किफायती वेरिएंट जल्द होगा लॉन्च, जानिए कितनी होगी कीमत?
- Travel 5 शहर जो जुझ रहे हैं अत्यधिक भीड़ की समस्या से, अभी ड्रॉप कर दें यहां घूमने जाने का प्लान
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
मद्रास कैफे से जॉन बने बेस्ट एक्टर और प्रोड्यूसर- क्रिटिक्स रिव्यू
जॉन अब्राहम की बतौर निर्माता पहली फिल्म थी विकी डोनर। इस फिल्म को शुरुआत में बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास सफलता नहीं मिली लेकिन धीरे धीरे फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर पकड़ बनाई और सफल हो गयी। विकी डोनर को कई अवॉर्ड फंक्शन के दौरान भी कई अवॉर्ड्स से नवाजा गया। विकी डोनर की सफलता के बाद जॉन के प्रोडक्शन कंपनी ने दूसरी फिल्म मद्रास कैफे बनाई जो कि 23 अगस्त को सिनेमाहॉल में रिलीज हुई है। फिल्म को देखने के बाद सभी क्रिटिक्स ने फिल्म की दिल खोलकर तारीफ की है। जॉन अब्राहम की एक्टिंग से लेकर शुजीत सरकार के निर्देशन तक सब कुछ परफेक्ट था। मद्रास कैफे को बॉलीवुड सेलिब्रिटीज की तरफ से भी काफी तारीफें मिली हैं।
मद्रास कैफे का पहला दिन का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कुल 4.5 करोड़ रुपये बताया जा रहा हैा। फिल्म को भले ही कमर्शियल सफलता ना मिले लेकिन जॉन और शुजीत सकार ने जिस मकसद ये फिल्म बनाई है वो जरुर पूरा होने वाला है। लोगों के लिए राजीव गांधी को लेकर जितनी इज्जत और जितना प्यार है उसके चलते लोग उनकी मौत से जुड़े हर एक सच को परदे पर देखने जरुर जाएंगे। मद्रास कैफे में एक बहुत ही सीरियस घटना को इतनी खूबसूरती और मनोरंजन के साथ परदे पर उतारा गया है कि कोई भी इँप्रेस हो जाए। जॉन अब्राहम की एक्टिगं ने भी लोगों को काफी इंप्रेस किया है।
फिल्मी क्रिटिक्स का कहना है कि मद्रास कैफे लोगों के अंदर एक सोच डेवलप करेगी। सिर्फ मसाला फिल्मों को पसंद करने वाली ऑडियंस को एक ऐसी फिल्म मिलेगी जो उन्हें एक ऐसी घटना से रुबरु कराएगी जिसका विवरण उन्हें किसी इतिहास की किताब में भी नहीं मिलेगा।