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    नीना ने असंभव सपने को सच कर दिखाया

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    नीना दावुलुरी मिस अमेरिका बनने वाली पहली भारतवंशी हैं और उनकी इस जीत से भारत गौरवान्वित हुआ है। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब अपने वजन की वजह से उनके लिए यह कर पाना संभव नहीं था। वेबसाइट सिराकुस डॉट कॉम पर जुलाई में जारी की गई एक रपट के मुताबिक, न्यूयार्क की सिराकुस शहर की 24 वर्षीय दावुलुरी 16 महीने पहले निजी प्रशिक्षक टिया फाल्कन से मिली थीं जिनका शापिंग टाउन माल में अपना जिम है।

     An 'impossible dream' comes true for Nina Davuluri

    फाल्कन उनके समर्पण से बेहद प्रभावित हुईं और जून महीने में उनके मिस न्यूयार्क चुने जाने पर उनकी एक प्रायोजक बनने के लिए तैयार हुईं।

    फाल्कन ने कहा, "वह बेहद कड़ी मेहनत करती हैं। वह प्रेरणादायी हैं।"

    दावुलुरी जब युनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन की अंतिम सेमेस्टर की छात्रा थीं, उस वक्त उनका वजन आज से 60 पाउंड ज्यादा था। वह भस्मक बीमारी से पीड़ित थीं और उनके मिस अमेरिका बनने की उम्मीद बेहद कम थी।

    फाल्कन ने कहा, "उन्हें गरिष्ठ भोजन पसंद था। जब वह अकेली या दुखी होती थीं, लगातार खाती रहती थीं जब तक कि उनका पेट पूरी तरह न भर जाए।"

    वेबसाइट के मुताबिक, दावुलुरी ने एक दिन अपनी फोटो देखी और उन्हें अहसास हुआ कि वह बहुत मोटी हो गई हैं और उन्होंने सोचा, "मैं यह नहीं बनना चाहती, और मैं खुद को इस तरह दुनिया के सामने नहीं दिखाना चाहती।"

    लेकिन एक बार मिस न्यूयार्क बन जाने के बाद उन्होंने आशा जाहिर की कि मिस अमेरिका का सपना देखने वाली युवा लड़कियां स्वास्थ्य के पहलुओं पर ध्यान देंगी।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

    English summary
    Nina Davuluri, who Sunday did India proud by becoming the first person of Indian descent to be crowned Miss America, once thought of it as an impossible dream as she struggled with her weight.
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