Just In
- 11 min ago हाइट की वजह से किया रिजेक्ट, ये हसीना आज हैं भोजपुरी की लेडी अमिताभ बच्चन
- 21 min ago मन्नत में चोरी से घुसा फैन, स्वीमिंग पूल में नहाया, जाते जाते कर दी शाहरुख खान बेइज्जती!
- 49 min ago Sara Tendulkar से ब्रेकअप के बाद Shubman Gill का आया इस हसीना पर दिल, स्पेनिश गर्ल को कर रहे हैं डेट ?
- 1 hr ago आरती सिंह ने अपने संगीत में इस गाने पर किया डांस, लगाए ऐसे ठुमके कि लोग बोले- ससुराल जाने की जल्दी है...
Don't Miss!
- News IND vs PAK: पाकिस्तान के साथ फिर हुआ खेला? चैम्पियंस ट्रॉफी के वेन्यू को लेकर बड़ी खबर
- Finance Mutual Fund: क्या SIP की मासिक किस्त भरने से चूक गए हैं आप? जानिए क्या हो सकता है अंजाम
- Technology Nokia 225 4G 2024 के रेंडर, स्पेसिफिकेशंस लीक, यहां जानिए क्या कुछ होगा खास
- Lifestyle Kiwi Lemonade: गर्मी में बॉडी को हाइड्रेटेड रखने के लिए बनाएं कूल-कूल कीवी लेमोनेड
- Automobiles ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में Honda Amaze को लगा झटका! इस सेक्शन में मिली '0' रेटिंग्स
- Education MP Board Result 2024: एमपी बोर्ड 10वीं, 12वीं रिजल्ट आज होंगे जारी, देखें पिछले पांच वर्षों के पास प्रतिशत
- Travel अगले 2 सालों में पूरी तरह से तैयार हो जाएगा चेन्नई एयरपोर्ट का नया टर्मिनल, Know Details
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
स्ट्रेटः एक उलझी हुई फिल्म
कलाकार : विनय पाठक , गुल पनाग , अनुज चौधरी , अचला सचदेव , केतकी दवे , सिद्धांत मक्कड़
पार्वती बालगोपालन द्धारा निर्देशित की गई फिल्म स्ट्रेट काफी भ्रामक फिल्म है। इतनी भ्रामक की फिल्म का 30 वर्षीय कुवारा पात्र पीनू पटेल भी समझ नही पाता है कि वो गे है या स्ट्रेट।
डाइरेक्टर पार्वती ने अपनी फिल्म में इस सब्जेक्ट को बड़ी चतुराई के साथ कॉमिडी की चाशनी में घोलकर पेश करने की कोशिश की है, लेकिन बेवजह कहानी को लंबा खींचने और पात्रों में आपसी तालमेल के अभाव में फिल्म दर्शकों को पूरी तरह बांध नहीं पाती।
ऐसा लगता है कि फिल्म की शुरुआत में पार्वती कहानी को गे कल्चर से दूर रखना चाहती थीं और इसी कशमकश में वह भटक गईं। पीनू पटेल लंदन का एक रेस्तरां व्यवसायी है। उसकी शादी नही हो रही है। उसका एक दोस्त लॉटरी जीतने पर उसे किस करता है उस वक्त उसे समझ में नही आता है कि वह क्या है।
विनय पाठक के रूप में हिंदी सिनेमा को एक ऐसा कलाकार मिल गया है जो किसी भी चरित्र को जी सकता है। लेकिन अगर फिल्म की बात की जाए विनय के अलावा ऐसा कुछ भी नही है जिसको देखने के लिए जाया जाए।
गुल पनाग और अनुज चौधरी ने बस काम चलाऊ अभिनय किया है। फिल्म में कई सारे द्धिअर्थी संवाद है। कुल मिलाकार कहा जाए तो एक औसत फिल्म है।