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#FilmReview: अ फ्लाइंग जट...बच्चों ने थोड़ा भाव क्या दिया...उड़ ही गए टाइगर
फिल्म - अ फ्लाइंग जट
WARNING
- कुछ फिल्में अपने लिए नहीं पर बच्चों के लिए देख ली जाती है। ये वही फिल्म है।
- फिल्म में सब कुछ एवरेज और नॉर्मल है, यही फिल्म की कमी भी है और मज़बूती भी।
- टाइगर श्रॉफ निश्चित रूप से बॉलीवुड के सबसे छोटे सुपरहीरो हैं और बच्चों के फेवरिट भी बन जाएंगे।
- आपको अपने बच्चों को उनका कॉस्ट्यूम दिलवाने के लिए तैयार रहना पड़ेगा, क्योंकि बच्चों को फिल्म में वही सबसे ज़्यादा अच्छा लगेगा। और कुछ नहीं!
क्या आपको भी आपके बचपन ने सॉरी शक्तिमान कहने की आदत डाल दी है, पर आपको लगता है कि आपका बच्चा कृष देखकर देखकर वो आदतें नहीं सीख रहा है। तो बस फिर आपको भी आपके बच्चे के लिए परफेक्ट सुपरहीरो नहीं मिल पाया। क्योंकि वो अभी मार्केट में ताज़ा आया है।
उड़ता हुआ फ्लाइंग जट आपके लिए उड़ान भरे ना भरे लेकिन वो आपके बच्चों के दिल में सेफ लैंडिंग करेगा। और आपको भी कहीं ना कहीं अच्छा लगेगा क्योंकि ये सुपरहीरो वो विदेशी सुपरहीरो टाइप उल्टा लटक कर किस नहीं करेगा। (हालांकि किस तो करेगा!)
ये एक नॉर्मल सुपरहीरो है, शक्तिमान जैसा। जो केवल बच्चों को पसंद आएगा। हालांकि आज कल के बच्चों का सेंस ऑफ ह्यूमर काफी अच्छा है, इसलिए फिल्म में इस सुपरहीरो ने काफी कॉमेडी भी की है।
ये परफेक्ट सुपरहीरो है - ये लौकी खाता है, दूध पीता है हॉरलिक्स डालकर, घर का सारा काम करता है। मतलब कि जो कुछ भी आप बच्चे से करवाना चाहती हैं, अ फ्लाईंग जट के बाद, टाइगर की धमकी देकर करवा सकती हैं।
प्लॉट
फिल्म का प्लॉट हर सुपरहीरो फिल्म की तरह है - एक लड़का है जिसकी मां उसे नकारा समझती है। लेकिन उस लड़के की इच्छा है कि मां की आंख में सुपरहीरो बन जाए। घर का सुपरहीरो जैसा। बस इसीलिए वो बाबाजी से यही दुआ। पर बाबाजी उस दिन ज़्यादा खुश होते हैं और उसे सबका सुपरहीरो बनने वाला पावर दे देते हैं। बस इसके बाद वो उस पावर का क्या करता है और कैसे करता है यही कहानी है।
अभिनय
टाइगर श्रॉफ, देखा जाए तो छोटे स्तर के सुपरहीरो हैं। वो सब करते लेते हैं, डांस, ड्रामा, एक्शन, फाइट, रोमांस। एक कॉमेडी बची थी वो भी इस फिल्म में उन्होंने ट्राई कर ली है और कहीं ना कहीं उनका भोलापन आपको अच्छा लगेगा। अमृता सिंह अब बॉलीवुड में वो जगह ले चुकी हैं जो किरण खेर की हुआ करती थी। वही डांटने, फटकारने वाली मम्मी, जिसकी आवाज़ नींद में भी अगर बच्चे ने सुन ली तो ज़रूर उठ जाएगा।
केके मेनन और जैकलीन फर्नांडीज़ को जिस हिसाब से किरदार दिए गए हैं उन्होंने उसे बखूबी निभाने की कोशिश की है। जैकलीन फर्नांडीज़ ने जबसे चिट्टियां कलाईयां पर डांस किया है उन्हें हर फिल्म में वही करने को दिया जाता है। उनकी क्यूट इमेज फिल्म के पक्ष में काम करती है।
अब बात नथान जोन्स की। तो उनका बॉलीवुड डेब्यू कम से कम ऋतिक रोशन की कृष के विलेन काल से बेहतर है। या फिर उस लिहाज़ से हर सुपरहीरो फिल्म के विलेन से बेहतर।
डायरेक्शन
रेमो डीसूज़ा की अब तक की ये सबसे कमज़ोर फिल्म है। फिल्म में सब कुछ है - सारे मसाले। अगर कुछ नहीं है तो वो है एक मज़बूत कहानी जो पूरी फिल्म को बांध सके। और इसी कमज़ोरी के कारण अंत तक आते आते तो रेमो फिल्म को छोड़ ही देते हैं, शायद किसी सुपरमैन के भरोसे कि वो आकर फिल्म की नैया पार लगा देगा।
तकनीकी पक्ष
फिल्म की कहानी लचर है तो वहीं सेकंड हाफ में फिल्म के संवाद केवल ज्ञान देते हैं। पर शायद निर्देशक ये भूल गए कि मनोरंजन के साथ भी उपदेश दिया जा सकता है। कई फिल्में इसका उदाहरण है लेकिन कोई फिल्म देखने गीता का उपदेश लेने या गुरबानी की सीख लेने नहीं जाता है। कुछ समय बाद ये बातें लोगों को उबाने लगती है।
म्यूज़िक
फिल्म का म्यूज़िक ज़्यादा दिन तक टिकने वाला नहीं है हालांकि फिर भी फिल्म के साथ गाने जाते हैं। हालांकि संगीत के तकनीकी पक्ष के बारे में बात नहीं करेंगे क्योंकि गाने चलते फिरते हैं, ना ऐसे कि ध्यान से सुने जाएं ना ही प्लेलिस्ट में रखे जाएं।
मज़बूत पक्ष
फिल्म का सबसे मज़बूत पक्ष बिना किसी डाउट के टाइगर श्रॉफ हैं। कहीं कहीं डायलॉग्स आपको अच्छे लगेंगे और कहीं कहीं कॉमेडी। कुल मिलाकर फिल्म में ऐसा कोई मज़बूत पक्ष नहीं है जिसकी आप जमकर तारीफ कर सकें।
निगेटिव पक्ष
फिल्म का निगेटिव पक्ष है बिना कहानी के एक आईडिया पर पूरी फिल्म बना देना। आईडिया अच्छा था - नॉर्मल सुपरहीरो जिसे ऊंचाई से डर लगे, जो घर का काम करे वगैरह वगैरह। लेकिन केवल आईडिया पर फिल्में नहीं बनती, कहानी लिखी जाती है जो कि इस फिल्म के साथ नहीं किया गया।
देखें या नहीं
कुछ फिल्में बच्चों की खातिर देखी जाती है और ये फिल्म भी वैसी है कि एक बार आप बच्चों के साथ देख सकते हैं। लेकिन फिल्म में कुछ ढूंढने की कोशिश मत करिएगा। टाइगर श्रॉफ भी इस फिल्म को नहीं बचा पाए हैं क्योंकि वो उड़ने में व्यस्त थे और फिल्म डूब रही थी।