Just In
- 6 min ago Bhojpuri Video: आम्रपाली दुबे ने रेड ड्रेस में खेसारी लाल यादव के उड़ाए होश, बोलीं- मरद अभी बच्चा बा...
- 8 min ago सीमा हैदर ने सचिन के घर में छुपा रखी है ऐसी-ऐसी चीजे, कैमरा लेकर गुस्साए लोगों ने खंगाल दिए सारे सबूत
- 21 min ago Haryanvi Dance Video: हज़ारों लोगों की भीड़ में सपना चौधरी हुईं बेकाबू, स्टेज पर किया कूद-कूदकर डांस
- 25 min ago Shehnaaz Gill ने टॉपलेस होकर पहना सिर्फ ब्लेजर, लोगों ने ट्रोल करते हुए कहा- 'जब टैलेंट का कद्र ना हो तो...'
Don't Miss!
- Technology Google Pixel 8a की कीमत डिटेल आई सामने, यहां जानें सबकुछ
- News क्या आप भी यादगार बनाना चाहते हैं वेडिंग? जानिये भारत में शादी में हेलीकॉप्टर बुक करने में कितना खर्च आता है
- Education UP Board Result 2024: जेल में बन्दी परीक्षार्थी हुए पास, 10वीं में 97% तो 12वीं में 82%
- Lifestyle लाल मिर्च के नाम पर साबुन या ईंट तो नहीं खा रहे हैं आप? ऐसे पता करें
- Finance National Pension Scheme: जानिए कैसे राष्ट्रीय पेंशन स्कीम के जरिए टैक्स बचा सकते हैं आप?
- Automobiles Bajaj Chetak इलेक्ट्रिक स्कूटर का किफायती वेरिएंट जल्द होगा लॉन्च, जानिए कितनी होगी कीमत?
- Travel 5 शहर जो जुझ रहे हैं अत्यधिक भीड़ की समस्या से, अभी ड्रॉप कर दें यहां घूमने जाने का प्लान
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
एकल पर्दे वाले थियेटर ज्यादा बेहतर
देश में मल्टीप्लेक्स संस्कृति की अगुवाई करने वाले फिल्मकार मनमोहन शेट्टी अब महसूस करते हैं कि एक पर्दे वाले थियेटर अधिक महत्वपूर्ण होते हैं। बॉबी बेदी ने भी मल्टीप्लेक्स में फिल्मों के बहुत अधिक टिकट के खिलाफ रोष व्यक्त किया है।
नोएडा में स्पाइस सिनेमा के प्रबंधक अमित अवस्थी का कहना है, "एकल पर्दे वाले थियेटर बॉक्स ऑफिस संग्रह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। देश के ज्यादातर राज्यों में मल्टीप्लेक्स नहीं हैं, जहां फिल्में एकल पर्दे वाले थियेटर में ही दिखाई जाती हैं।"
वेब सिनेमा को कॉरपोरेट प्रमुख योगेश रायजादा का कहना है, "जनता के लिए हमेशा से ही फिल्म के टिकट का मूल्य एक संवेदनशील मुद्दा रहा है।"
वहीं डिलाइट सिनेमा के निदेशक पीयूश रायजादा ने आईएएनएस से कहा, "एकल पर्दे वाले नए थियेटर शुरू करने के लिए जमीन कहां है?"
मोती सिनेमा के मालिक कीरतभाई देसाई का कहना है, "आजकल जमीन बहुत मंहगी है इसलिए कोई भी एकल पर्दे वाले थियेटरों में ज्यादा निवेश नहीं करेगा। यह व्यवहारिक नहीं है। एकल पर्दे वाले थियेटर बनाने में किसी की रुचि नहीं है।"
वांटेड फिल्म ने देशभर से 38 करोड़ रुपये की कमाई की थी। इसमें से 70 प्रतिशत कमाई केवल फिल्म के एकल पर्दे वाले थियेटर में चलने से हुई थी।
देसाई का कहना है, "आजकल की फिल्में मल्टीप्लेक्स के लिए बनाई जाती हैं और इसलिए एकल पर्दे वाले थियेटर अच्छा व्यापार नहीं कर पाते हैं। निर्माताओं को मल्टीप्लेक्स से अच्छा कर प्राप्त होता है और इसलिए हमें वेक अप सिड या रॉक ऑन या पा जैसी फिल्में नहीं मिलती क्योंकि ये फिल्म विशेष दर्शक वर्ग के लिए बनी हैं ना कि आम दर्शकों के लिए।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।