Just In
- 40 min ago Irrfan Khan के बेटे ने जिंदगी से मान ली हार? कहा- 'मन कर रहा है बाबा के पास चला जाऊं'
- 59 min ago मुनव्वर फारुकी ने उर्वशी रौतेला को किया इग्नोर? लोग बोले- 'क्या स्टारडम है भाई का'
- 1 hr ago Tamannaah Bhatia पर पुलिस ने कसा शिकंजा, इस मामले में भेजा एक्ट्रेस को भेजा समन
- 1 hr ago तीसरी शादी को लेकर आमिर खान ने दिया ऐसा रिएक्शन, बोले- मेरे बच्चे मेरी नहीं सुनते...
Don't Miss!
- News Indore News: तलाकशुदा महिला को प्रेम जाल में फंसाया, शादी का झांसा देकर गलत काम किया
- Technology iQOO ने Z9 सीरीज के तहत 3 नए स्मार्टफोन किए लॉन्च, जानें कीमत व फीचर्स
- Lifestyle DIY Mosquito Repellent : मच्छरों के काटने से बच्चे का हो गया बुरा हाल, बचाने के लिए करें ये काम
- Automobiles नई Aston Martin Vantage धांसू स्पोर्ट्स कार लॉन्च, 325 किमी प्रति घंटा की स्पीड, जानें कीमत और फीचर्स
- Finance Pradhan Mantri Awas Yojana घर बनाने का ख्वाब होगा पूरा, जानिए क्या है ये स्कीम
- Education JEE Advanced 2024 के लिए 2.50 लाख छात्र हुए क्वालिफाई, देखें श्रेणी-वार उम्मीदवारों की सूची
- Travel DGCA ने पेरेंट्स के साथ सफर कर रहे 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बदला नियम, जाने यहां
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
'लफ़गें परिंदे' में दम है
भावना सोमाया, वरिष्ठ फ़िल्म समीक्षक
बीबीसी हिंदी डॉट कॉम के लिए
इस हफ़्ते तीन फ़िल्में रिलीज़ हुईं - तरुण धनराजगीर की सारे नए कलाकारों के साथ 'किस हद तक", अमोल पालेकर की अंतरा माली के साथ अंग्रेज़ी फ़िल्म 'ऐंड वंस अगेन" और यश राज फ़िल्म्स की 'लफ़गें परिंदे". सत्तर के दशक में गुलज़ार ने एक फ़िल्म बनाई थी 'किनारा" जो एक नृतकी की कहानी थी. हेमा मालिनी एक दुर्घटना में अपनी आंखें खो देती है और फिर कभी नृत्य नहीं कर पाती. नृतकी की दुर्घटना के लिए ज़िम्मेदार फ़िल्म का नायक यानि जितेंद्र हेमा मालिनी को एक बार फिर स्टेज लाने की ठान लेता है.
'लफ़गें परिंदे" की कहानी भी 'किनारा" से मिलती-जुलती है.
फ़िल्म में नंदु यानि नील नितिन मुकेश का किरदार एक चैंपियन फ़ाइटर है और वो ये ख़तरनाक खेल आंखों पर पट्टी बांध कर खेलता है पिंकी पालकर यानि दीपिका पादुकोण एक ज़िंदादिल लड़की है जो उसी बस्ती में रहती है. पालकर दिन में नौकरी करती है और शाम को 'स्केट्स" पहन कर नृत्य का अभ्यास करती है. उसका सपना है कि वो एक बहुत बड़ी नृतकी बने.
एक दिन एक सड़क दुर्घटना में पिंकी अपनी आंखें को देती है. इसके बाद नंदु पिंकी को न सिर्फ़ अंधेरे में जीना सिखाता है मगर उसका हर सपना पूरा करना चाहता है.ऐसा नहीं है कि हमने इससे पहले दुर्घटना या हादसे के बाद के अफ़सोस पर फ़िल्में नहीं देखीं हैं मगर आमतौर पर ऐसी फ़िल्में हमेशा त्रासदी से भरपूर होतीं हैं. 'लफ़ंगें परिंदे" उन सब फ़िल्मों से इसलिए अलग है क्योंकि लेखक गोपी पुथरान ने एक पुरानी कहानी को नई और सकारात्मक सोच दी है.
निर्देशक प्रदीप सरकार जिन्होंने हमें इससे पहले 'परिणीता" और 'लागा चुनरी में दाग" जैसी फ़िल्में दीं हैं, इसबार एक बेबसी की कहानी को हिम्मत की कहानी में बदलते हुए नज़र आ रहे हैं. फ़िल्म के सारे किरदार बहुत ही वास्तविक और जोशिले हैं जो फ़िल्म को और भी दिलचस्प बना देते हैं. आर आनंद का संगीत अनोखा है. शायद पहली बार नायक और नायिका अपने 'कॉस्ट्यूम" बार-बार दोहराते हैं जिसका श्रेय जाता है निर्देशक के साथ-साथ कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर मोनाशी-रुशी को.
गोपी पुथरान के डॉयलॉग रसीले हैं और श्याम कौशल का एक्शन हिला देता है, मगर सबसे बेहतरीन काम कोरियोग्राफ़र यानि नृत्य निर्देशक बोस्को सीज़र का है. बोस्को ने इस फ़िल्म में बहुत ही सुंदर और लजवाब नृत्य निर्देशन किया है. नील नितिन मुकेश 'जॉनी गद्दार" और 'न्यूयॉर्क" के बाद एक बार फिर साबित करते हैं कि वो बहुत अच्छे कलाकार हैं मगर आख़िर में फ़िल्म का सेहरा बंधता है दीपिका पादुकोण के सर जिन्होंने एक जटिल किरदार बहुत ही सरलता से निभाया है.
दीपिका में कुछ ऐसा है कि जब वो पर्दे पर आती है तो सारा स्क्रीन जगमगा उठता है. जब वो नाचती है तो दिल चाहता है कि संगीत कभी ना रुके. जब नील और दीपिका साथ में नाचते हैं तो ऐसा लगता है कि जैसे दोनों बादलों में उड़ रहें हों.'लफ़गें परिंदे" ज़रुर देखनी चाहिए नील के लिए, दीपिका के लिए, उसके नाच के लिए और प्रदीप सरकार की हिम्मत के लिए.
-
मन्नत में चोरी से घुसा फैन, स्वीमिंग पूल में नहाया, जाते जाते कर दी शाहरुख खान की बेइज्जती!
-
Sara Tendulkar से ब्रेकअप के बाद Shubman Gill का आया इस हसीना पर दिल, स्पेनिश गर्ल को कर रहे हैं डेट ?
-
Bollywood News Hindi Live- संगीत सेरेमनी में रोमांटिक हुईं आरती सिंह, विक्की कौशल का लुक हुआ लीक!