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'टर्निग 30' मेरी ही जिंदगी का एक टुकड़ा :निर्देशक
'टर्निग 30' की नवोदित निर्देशिका अलंकृता श्रीवास्तव कहती हैं कि इन दिनों बॉलीवुड में महिलाएं फिल्म निर्माण के लगभग हर क्षेत्र में काम कर रही हैं लेकिन उन्हें अब भी पूर्वाग्रहों का सामना करना पड़ता है। अलंकृता के निर्देशन में बनी पहली फिल्म 'टर्निग 30' प्रदर्शन के लिए तैयार है। 'टर्निग 30' एक 30 साल की महिला के जीवन की कहानी है। इस फिल्म में 31 वर्षीय अभिनेत्री गुल पनाग और पूरब कोहली ने अभिनय किया है। प्रकाश झा ने इसका निर्माण किया है।
अलंकृता कहती हैं कि 'टर्निग 30' खुद उन्हीं की जिंदगी का एक टुकड़ा है। अलंकृता भी 30 साल की हैं। वह कहती हैं, "एक महिला निर्देशक होना अद्भुत है लेकिन यह भी सच है कि महिलाओं को कई पूर्वाग्रहों का सामना करना पड़ता है। वे धीरे-धीरे टूटकर दूर होने लगती हैं लेकिन वह फिर भी वहां हैं।" अलंकृता ने कहा, "मैं फिल्मोद्योग में बहुत लम्बे समय से, जब मैं 22 साल की थी तभी से काम कर रही हूं। इसलिए मैं सेट पर सहज होती हूं और मेरे लिए यह कोई मुद्दा नहीं होता लेकिन आप कुछ बातें महसूस करते हैं।"
उन्होंने कहा, "फिल्म की शूटिंग के बाद की निर्माण प्रक्रिया में मैंने महसूस किया कि स्टूडियो बहुत पूर्वाग्रहित हैं। वे आपको गम्भीरता से नहीं लेते। आपको खुद को साबित करना पड़ता है। आपको दोगुनी बार ऐसा करना पड़ता है ताकि वे आपको गम्भीरता से लें। आखिरकार यह एक पितृसत्तात्मक उद्योग है। मैं किसी खास घटना या उदाहरण की ओर इशारा नहीं करूंगी लेकिन सच यह है कि यहां वास्तव में ऐसा है।"
अलंकृता 'गंगाजल' और 'राजनीति' में सहायक निर्देशक के बतौर काम कर चुकी हैं जबकि 'दिल, दोस्ती, एटसेट्रा' और 'खोया खोया चांद' में वह कार्यकारी निर्माता थीं। वह 'अपहरण' और 'लोकनायक' की मुख्य सहायक निर्देशक थीं। उनके निर्देशन में बनी पहली फिल्म 14 जनवरी को प्रदर्शित होगी।
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