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    बोल्‍डनेस का मतलब कपड़े उतारना नहीं: पाउली डैम

    By सोनिका मिश्रा
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    बंगाली परिवार में जन्मी पाउली डैम ने अपना बचपन कोलकाता में बिताया। कॉलेज के समय से ही पाउली ने थियेटर में काम करना शुरु किया। फिर उन्हें बंगाली टेलीवीजन के सीरियल 'तिथिर-अतिथि' में पहला ब्रेक मिला और वहां से शुरु हुआ उनका एक्टिंग का सफर। अपनी फिल्म 'कालबेला' से पाउली ने इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई और 2012 में उन्हें विक्रम भट्ट की फिल्म 'हेट स्टोरी' का ऑफर मिला, जिसके जरिये पाउली ने बॉलीवुड में भी अपनी धमाकेदार एंट्री की। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस किया और साथ ही पाउली को बॉलीवुड में भी अच्छी पहचान मिल गयी। फिल्हाल पाउली विक्रम भट्ट की एक और फिल्म अंकुर अरोड़ा मर्डर केस में काम कर रही हैं।

    पाउली ने अपनी पहली ही फिल्म से बॉलीवुड में धमाका किया क्योंकि फिल्म में पाउली का बहुत ही बोल्ड किरदार था। आइये जानते हैं पाउली के लिए बोल्डनेस की क्या परिभाषा है, क्या पाउली को लगता है कि बोल्डनेस ही फिल्म इंडस्ट्री में सफलता का मूलमंत्र है? प्रस्‍तुत हैं पाउली से बातचीत के कुछ अंश-

    अपने करियर के शुरुआती दौर के बारे में कुछ बताईये।

    थियेटर्स से मैंने शुरुआत की। अपने स्कूल से मैंने थियेटर में काम किया। ग्रेजुएशन के दौरान मुझे एक टीवी सीरियल में काम करने का ऑफर मिला। टेलीविजन पर कुछ समय काम करने के बाद उसी समय गौतम घोष की फिल्म कालवला का ऑफर मिला। ये कहानी टेलीवीजन के लिए बनी थी लेकिन ये फिल्म को रुप में रिलीज हुई। पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद मैंने कई फिल्में कीं। मैंने रितुपोर्णो घोष, बाप्पादीत्य बंद्योपाध्याय के साथ भी काम किया। इनके अलावा नेशनल अवॉर्ड विजेता निर्देशक अंजुम दास के साथ 'बंशीवाला' में काम किया। मैं उनके साथ एक और फिल्म कर रही हूं जिसका टाइटल है 'एक थी हॉवाल कॉल्पो' यह फिल्म जॉय गोस्वामी की कविता पर आधारित है और ये एक महिला प्रधान फिल्म है। 2011 में मुझे विक्रम भट्ट की तरफ से हेट स्टोरी का ऑफर मिला।

    सिल्वर स्क्रीन और टीवी स्क्रीन पर काम करने में क्या अंतर पाया आपने?

    दोनों एक दूसरे से बेहद अलग हैं। टीवी में अधिकर आपको सेट पर इनडोर काम करना पड़ता है और एक ही कहानी पर सालों तक काम होता है। टीवी और बड़े परदे के दर्शक भी अलग हैं उनके नजिरये को ध्यान में रखकर ही आप एक्टिंग करते हैं। फिल्मों में लोगों की प्रतिक्रिया आपको तीन घंटें में ही मिल जाती है, जबकि टीवी सीरियल्स में लगातार काम करने के बाद आपको दर्शकों की प्रतिक्रिया पता चलती है।

    आपने कई सारी अच्छी बंगाली फिल्में की हैं। फिर बॉलीवुड में आपके आने की वजह क्या है? क्या आप बॉलीवड में शिफ्ट होना चाहती हैं?

    मेरे लिये मेरा किरदार महत्वपूर्ण है ना कि भाषा। मैं अच्छी फिल्में करना चाहती हूं चाहे वो किसी भी भाषा में हों। मैंने हाल ही में एक कोंकणी फिल्म की है जिसका निर्देशन किया है, लक्ष्मीकांत शेडगांवकर ने और फिल्म का नाम है बागा बीच। मैं अलग-अलग भाषा की फिल्मों में अच्छी फिल्मों मे काम करना चाहती हूं। बॉलीवुड में एंट्री सोच कर नहीं की थी, लेकिन जब विक्रम भट्ट जैसे बड़े निर्देशक की फिल्म का ऑफर मिला तो मुझे बहुत खुशी हुई। हेट स्टोरी परी तरह से मेरे किरदार पर ही बेस्ट थी। ये बहुत अलग और मुश्किल किरदार था तो मैंने सोचा की कोशिश की जाए। हेट स्टोरी का सीक्वल भी बन रहा है। तो ये जाहिर हे कि फिल्म ने अच्छा बिजनेस किया था।

    आपका बॉलीवुड में पहला अनुभव कैसा था।

    जी हां ये एक बोल्ड फिल्म थी। दुनिया में कई लड़कियों को धोखा मिलता है, लेकिन कोई इस तरह का कदम नहीं उठाता। फिल्म में मेरा किरदार भी कुछ ऐसा था लेकिन धोखा मिलने के बाद मेरा किरदार बदला लेता है। वो इस नाइंसाफी के खिलाफ कदम उठाती है। इस फिल्म में मेरा अनुभव बहुत अच्छा रहा। मैं पहली बार कलकत्ता से 6-7 महीने दूर रही। लेकिन मुझे किसी तरह की होमसिकनेस फील नहीं हुई। शूट पर सभी लोग बहुत अच्छे थे और मुझे परिवार जैसा ही माहौल मिला। अब जब भी मैं मुंबई आती हूं मुझे ये अपना दूसरा घर लगहता है। मुजे एक राजकुमारी जैसा महसूस हुआ। जब दोबारा मुझे विक्रम की तरफ से ऑफर मिला।

    क्या आपको लगता है कि बॉल्डनेस फिल्म इंडस्ट्री में सफलता पाने का एक अच्छा जरिया है?

    बोल्डनेस जैसा कुछ नहीं होता। बोल्ड कैरेक्टर्स होते हैं। आजकल की फिल्मों में एक्ट्रेसेस बोल्ड किरदार निभा रही हैं, बोल्डनेस को लोगों ने गलत परिभाषा दी है। कपड़े उतारना बोल्‍डनेस नहीं होती। असल में फिल्मों में किरदार बोल्ड होते हैं जो अपने ऊपर होने वाले गलत बर्ताव का डटकर समना करते हैं और उनसे लड़ते हैं। इसे बोल्डनेस कहते हैं।

    दिल्ली गैंगरेप केस के बाद लोगों ने कहा कि बॉलीवुड में आजकल एक्ट्रेसेस बोल्ड किरदार कर रही हैं जिनकी वजह से ये सब केस हो रहे हैं। आप इस बारे में क्या कहना चाहेंगी?

    दिल्ली में जो भी हुआ वो बहुत ही शर्मनाक बात है। लेकिन बॉलीवुड इसके लिये जिम्मेदार है ये गलत है। फिल्में लोगों की सोच नहीं बदल सकतीं। हमारी फिल्मों में भी इस तरह की चीजें नहीं दिखाई जातीं कि लोग उनसे प्रेरित होकर ये सब करें। फिल्में हर तरह की बनती हैं लोगों के लिए मनोंरजन के लिए बनती हैं। ना कि उन्हें इस तरह की चीजों के लिए प्रेरित करने के लिए।

    बॉलीवुड में आपकी पसंदीदा एक्टर-एक्ट्रेसस कौन हैं?

    एक्ट्रेसे में स्मिता पाटिल मुझे बेहद पसंद हैं। एक्टर्स मे सलमान खान और अक्षय कुमार। सलमान खान अपनी उम्र बढ़ने के साथ और भी हैंडसम होते जा रहे हैं। उनकी एक्टिंग बेहतरीन है। नये एक्टरों में रणबीर कपूर काफी टैलेंटेड हैं। हाल ही में आई बर्फी में रणबीर कपूर की एक्टिगं बेहतरीन थी।

    किस निर्देशक के साथ आप काम करना चाहेंगी?

    सभी के साथ काम करना पसंद करुंगी। ताकि मुझे अलग अलग तरह की फिल्में करने को मिल सकें। कॉमेडी, रोमांटिक, एक्शन, थ्रिलर सभी तरह की फिल्में करना का मन है।

    आपके आने वाले प्रोजेक्ट्स कौन-कौन से हैं।

    मुझे विक्रम भट्ट की तरफ से एक और फिल्म मिली है। अंकुर अरोड़ा मर्डर केस इसके निर्देशक हैं सोहेल तितारी। ये मार्च में रिलीज होगी। इसमें केके मेनन अर्जुन माथुर । मैंने इस फिल्म में एक एडवोकेट का किरदार निभाया है। अंकुर अरोड़ा मर्डर केस के साथ साथ और भी कई फिल्में हैं जिनके बारे में मैं अभी नहीं बता सकती।

    आपका कोई ड्रीम रोल है।

    (हंसते हुए) बहुत सारे किरदार हैं, जिन्हें मैं निभाना चाहती हूं। अभी तो मेरी सिर्फ शुरुआत है। अभी तो बहुत सारे किरदार निभाने बाकी हैं।

    English summary
    Hate Story fame Bengali actress Paoli Dam entered Bollywood in 2012. Paoli has done a sensuous role in Hate Story and was in news for her bold acts. Currently, Paoli is shooting for Ankur Arora murder Case, directed by Vikram Bhatt. Here is an exclusive interview of Paoli Dam.
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