मर्दानी 2 (2019)(U/A)
Release date
13 Dec 2019
genre
मर्दानी 2 कहानी
मर्दानी 2 साल 2014 में आई फिल्म 'मर्दानी' का सीक्वल है। फिल्म का निर्देशन गोपी पुथरन ने किया हैं। इस फिल्म में रानी मुखर्जी, पुलिस ऑफिसर के किरदार में हैं।
मर्दानी 2 का उद्देश्य, भारत में किशोरों द्वारा महिलाओं के साथ होने वाले जघन्य अपराधों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। फिल्म रानी के पति आदित्य चोपड़ा द्वारा निर्मित है और इसमें सुधांशु पांडे, विक्रम सिंह चौहान और श्रुति बापना भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं।
फिल्म की कहानी शिवानी शिवाजी राव(रानी मुखर्जी) नाम की पुलिस इंस्पेक्टर के इर्द गिर्द लिखी गई है, जो क्राइम ब्रांच अफसर से प्रमोशन पाकर अब एसपी बन चुकीं है और राजस्थान के कोटा में कार्यरत हैं। कोटा, जहां हर साल हजारों बच्चे इंजीनियरिंग, मेडिकल की तैयारी करने के लिए आते हैं, रेप की घटनाओं को लेकर खबरों में सुर्खियां बनाकर रहा है। दशहरे के दिन एक लड़की किडनैप होती है और दो दिनों के बाद नाले में मरी हुई पाई जाती है। उसके साथ बलात्कार हुआ है और बेहरमी से मार दी गई है। 18 से भी कम उम्र का यह बलात्कारी (विशाल जेठवा) बेहद शातिर और क्रूर है। ऐसे में एसपी शिवानी शिवाजी रॉय अपराधी तक कैसे पहुंचती हैं और इस बीच कैसी परिस्थितियां बनती हैं, यह काफी दिल दहलाने वाला है।
शिवानी शिवाजी रॉय गलत के खिलाफ आवाज़ उठाने के लिए मशहूर है, ये दिल से निडर और दिमाग से काफी चालाक भी है। अगर इनके सामने कुछ नाइंसाफी होती है, तो ये बिना कायदे कानून की परवाह किये, अपनी ज़िन्दगी को दाव पर लगा कर क्रिमिनल्स के पीछे पड़ जाती है और उनकी ज़िन्दगी को नर्क बना देती है। शिवानी, समाज के नियम और मर्दों के तय किये हुए नियम कायदों से डरने वालों में से बिलकुल भी नहीं है। ये मर्दानी एक पुलिस और लड़की होने के नाते, हक़ और इन्साफ के लिए लड़ना जानती है और जरूरत पड़ने पर दुर्गा काली भी बन जाती है।
कहानी का दूसरा लीड कैरेक्टर है, एक साइको क्रिमिनल, जो पहले लड़कियों का अपहरण करता है, उसके बाद, उनके साथ रेप करता है, और फिर उनको जान से मार कर फेंक देता है, ये एक ऐसा जानवर होता है जिसको न तो डर लगता है, और न ही ये क्रिमिनल, सही गलत में विश्वास रखता है।
ये साइको क्रिमिनल कोई भी क्राइम को अंजाम देने से पहले, पुलिस को खुले आम चैलेंज करता है और बाद में बड़ी ही चालाकी से पूरे सिस्टम को बेवकूफ बनाके नौ दो ग्यारह हो जाता है। फिल्म में आगे, शिवानी और इस क्रिमिनल के बीच चूहे बिल्ली का खेल शुरू हो जाता है।
एक तरफ शिवानी शिवाजी राव इंसाफ की लड़ाई लड़ रही है तो, वहीँ दूसरी तरफ वो साइको अपराधी, अपने सनकी दिमाग को सैटिस्फैक्शन देने के लिए, लड़कियों की जान ले रहा है। अब इन दोनों में से जीत किसकी होती है? फिल्म इसी के आधार पर आगे चलती है।
फिल्म में काफी सारे सीन ऐसे है जो दर्शकों को अंदर से झकझोर के रख देंगे।
इस फिल्म में रानी का काफी ज्यादा दमदार अभिनय है, जो दर्शकों को उन्हें सल्यूट करने पर मजबूर करता है।