twitter

    भीड़ कहानी

    भीड़ एक आगामी बॉलीवुड ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन और लेखन अनुभव सिन्हा द्वारा किया गया है। इस फिल्म में राजकुमार राव और भूमि लीड रोल में नज़र आयें हैं। यह साल 2023 की राजकुमार और भूमि की पहली फिल्म है। राजकुमार और भूमि के अलावा फिल्म में दिया मिर्जा, आशुतोष राणा, पंकज कपूर, कृतिका कामरा और कुमुद मिश्रा जैसे कलाकार, सहायक भूमिका में दिखाई दिए हैं। 
    फिल्म की शूटिंग अक्टूबर 2021 से शुरू की गयी थी। 

    कहानी 
    फिल्म की कहानी भारत में साल 2020 COVID-19 लॉकडाउन की घटनाओं के दौरान सेट की गई है। जिस तरह साल 1947 में विभाजन के बाद भारत में सबसे बड़े प्रवासन हुआ था उसी प्रकार साल 2020 के लॉकडाउन में भारत का दूसरा प्रवासन हुआ, इसी का पूरा लेखा-जोखा है यह फिल्म। इस फिल्म की कहानी बताती है कि कैसे फिल्म के कई पात्र लॉकडाउन से निपटते हैं और एक ऐसी जगह पर चले जाते हैं जहां वे सुरक्षित महसूस करते हैं। फिल्म की कहानी साल 2020 के लॉकडाउन के इर्द गिर्द घूमती है।

    फिल्म की कहानी शुरू होती है और अलग अलग लोग और उनकी जिंदगी को दिखाया जाता है, लेकिन अंत में सभी सरकार के सिस्टम के तराजू के सामने एक ही तरह बेबस और लाचार नजर आते हैं। सूर्या कुमार सिंह (राजकुमार राव) को लॉकडाउन में एक दिन का थाना प्रभारी बना दिया जाता है, जिसे राज्य के बॉर्डर में आने वाले लोगों को रोकने का आदेश दिया जाता है, ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। 
    सूर्या को इस स्थिति की गंभीरता का अंदाजा तब लगता है, जब धीरे धीरे उसके सामने हजारों लोगों की भीड़ खड़ी हो जाती है। वो थाना के पास ही मैदान में लोगों को सरकार की अगले आदेश तक रूके रहने की हिदायत देता है। इसी भीड़ में एक मां (दीया मिर्जा) है, जो अपनी बेटी से मिलने के लिए दूसरे शहर जाने को व्याकुल है। लेकिन एसी कार और तमाम सुविधाएं होने के बावजूद वो सिस्टम के सामने बेबस है। 
    बलराम त्रिवेदी (पंकज कपूर) और उनका पूरा कुनबा है, जो शहर से वापस अपने गांव जाना चाहता है ताकि मृत्यु भी आए तो अपनों के बीच आए। 
    एक मुस्लिम यात्रियों से भरी बस है, जिन पर लोग अफवाहों में आकर कोरोना फैलाने का आरोप लगा रहे हैं। इसके अलावा, हजारों लोग हैं, जिनमें से कुछ 100 किलोमीटर पैदल चलकर आ रहे हैं, कुछ 500 किलोमीटर, लेकिन अभी भी गांव पहुंचने की आस के बीच लंबा फासला है। और इन सबके बीच है कोरोना जैसी अनदेखी- अनसुनी बीमारी का डर, जिससे डॉक्टर विधि प्रभाकर (भूमि पेडनेकर) जूझ रही हैं। 
    बहरहाल, तमाम दुख दर्द के बीच भी फिल्म में इंसानियत की झलक दिखती है, जो एक तसल्ली की तरह लगती है, यही इस फिल्म की पूरी कहानी है।   

    रिलीज
    यह फिल्म 24 मार्च 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। 

    रिलीज 
    यह फिल्म 24 मार्च 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। 
     
    तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
    Enable
    x
    Notification Settings X
    Time Settings
    Done
    Clear Notification X
    Do you want to clear all the notifications from your inbox?
    Settings X