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    अल्‍बर्ट पिंटो को गुस्‍सा क्‍यूं आता है (2019)(A)

    Release date 12 Apr 2019
    genre

    अल्‍बर्ट पिंटो को गुस्‍सा क्‍यूं आता है कहानी

    अल्बर्ट पिंटो को गुसा क्‍यों आता है इसी नाम से 1980 में आई फिल्‍म की ऑफिसियल रीमेक है जिसे सौमित्र रानाडे ने डायरेक्‍ट किया है। तथा फिल्‍म में मानव कौल, नि‍न्दिता दास और सौरभ शुक्‍ला मुख्‍य भूमिकाओं में हैं। 
     
    मुख्‍य कहानी: 
              इस फिल्‍म में एक बहुत ही ज्‍यादा क्रोध करने वाले व्‍यक्ति की कहानी दिखाई गई है। जिसे बात-बात पर गुस्‍सा आता है। इस गुस्‍से की वजह से वह सबसे झगड़ता रहता है। फिल्‍म में यह दिखाने की कोशिश की गई है कि गुस्‍सैल होने के कारण उसे किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही फिल्‍म में सौरभ शुक्‍ला की मौजूदगी के कारण कॉमेडी भी देखने को मिलती है।

    अल्बर्ट पिंटो (मानव कौल) एक मिडिल क्लास का आदमी है जिसकी अभी तक शादी नहीं हुई है, एक गर्लफ्रेंड है जिसका नाम स्टेला (नंदिता दास) है। यह कहानी भ्रष्टाचार और पॉलिटिकल मुद्दों पर आधारित है। अल्बर्ट पिंटो के पिता भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड कर दिए जाते हैं। वो एक ईमानदार कर्मचारी होते हैं और उन्हें यह बात बर्दाश्त नहीं हो पाती, और वो खुदकुशी कर लेते हैं। 

    इस बात से अल्‍बर्ट पिंटो बहुत आहत होता है या यह कहें कि उसके सिर पर बदला लेने का भूत सवार हो जाता है और वह घर छोड़कर बदला लेने के लिये निकल पड़ता है। जिसके बाद उसकी गर्लफ्रेंड उसके गुम होने की रिपोर्ट पुलिस के पास लिखवाती है। 

    लेकिन अल्‍बर्ट बिल्‍कुल पागलों की तरह बरताव करने लगता है इस सब के बीच उसके साथ उसका दोस्‍त (सौरभ शुक्‍ला) उसका साथ देता है। अल्‍बर्ट को देश का हर मिडिल क्लास आदमी कौआ लगता है। उसे जब गरीब लोग खुश और हंसते गाते नजर आते हैं तो आश्चर्य करता है कि ये लोग इतने खुश क्यों हैं। उसे लगता है यह दुनिया जल रही है। 
    अल्‍बर्ट की जिंदगी में हमें अपने सामान्‍य जीवन की झलक भी देखने को मिलती है। 
     
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