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    समाज से सिनेमा है ना कि सिनेमा से समाज: काजोल

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    अक्सर कहा जाता है कि फिल्मों में बढ़ती हिंसा और अश्लीलता ने समाज में अपराध को बढ़ावा दिया है जिसका पुरजोर तरीके से विरोध किया है बॉलीवुड की सशक्त अभिनेत्री काजोल ने। काजोल का कहना है कि समाज से सिनेमा है ना कि सिनेमा से समाज।

    फिक्की फ्रेम्स 2014 के 15वें संस्करण के एक विशेष सत्र में बुधवार को शिरकत करने वाली काजोल ने कहा कि यह कहना गलत है कि व्यक्ति फिल्म देखकर प्रभावित होता है।

    Did You Know:बच्चों को लाइमलाइट से दूर रखती हैं काजोल

    'दुश्मन' और 'दिलवाले दुल्हिनया ले जाएंगे' सरीखी फिल्मों में अभिनय कर चुकीं काजोल सेंसरशिप के दिशा-निर्देश पर बात कर रही थीं। उन्होंने कहा, "अपने बच्चों पर मैं पूरा ध्यान देती हूं, इसके बावजूद वे 24 घंटे कंप्यूटर के आगे जमे रहते हैं।

    सूचना का प्रवाह बहुत तेज है और सूचनाएं भी बहुत सी हैं।यदि आप कहें कि कोई किसी एक किरदार को देखकर उससे प्रभावित हो जाता है तो मैं समझती हूं, यह बेवकूफानी बात है। फिल्में समाज का आईना होती हैं, लेकिन समाज फिल्मों से कभी-कभार ही प्रभावित होता है।"

    अजय देवगन की पत्नी और उनके दो बच्चों की मां काजोल ने अपने करियर के पीक प्वाइंट पर अजय से प्रेमविवाह किया था। काजोल ने अपने एक्टिंग के दम पर बॉलीवुड में अलग पहचान बनायी है। फिलहाल बच्चों की जिम्मेदारी के चलते काजोल इन दिनों फिल्मों से दूर विज्ञापनों में सक्रिय हैं।

    Did You Know: मुंबई की चमक दमक और आकर्षण में रहने के बावजूद बॉलीवुड अदाकारा और दो बच्चों की मां काजोल अपने बच्चों को लाइमलाइट से दूर रखने की कोशिश करती हैं ताकि वे अपना बचपन सामान्य तरह से बिता सकें।

    English summary
    Actress Kajol Wednesday attended a special session at the 15th edition of FICCI Frames 2014 and said it's unfair to say that one gets influenced by watching cinema.
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