twitter

    सुरेश ओबराय जीवनी

     सुरेश ओबरॉय एक भारतीय फिल्म अभिनेता है।  

    निजी ज़िन्दगी 
    सुरेश ओबरॉय का जन्म 17 दिसम्बर 1946 को  क्वेटा, ब्रिटिश भारत (वर्तमान पाकिस्तान में) में 'विशाल कुमर ओबेरॉय' हिन्दू खत्री परिवार में हुआ।  भारत के विभाजन के बाद पिता आनंद सरूप ओबेरॉय व माता करतार देवी के साथ अमृतसर से होते हैदराबाद पहुंचे। 

    शादी 
    सुरेश ओबरॉय की सहदी यशोधरा से हुई हैं, जो उनसे करीबन आठ साल जूनियर थी ।  सुरेश एक बेटे और बेटी के पिता है, सुरेश के बेटे विवेक ओबरॉय बॉलीवुड अभिनेता हैं, और बेटी मेघना ओबरॉय हैं।  

    करियर 
    उन्होंने अपने करियर की शुरुआत रेडियो शो से की थी, उसके बाद मॉडलिंग की और फिर फिल्मी दुनिया में अपने बेहतरीन अदाकरी से अपनी एक अलग पहचान बनाई।  इसके अतिरिक्त मधुर व स्पष्ट स्वर के कारण ये कुछ एक कार्यक्रम व फिल्मों में कई बार सूत्रधार का भूमिका भी निभाई है, जिनमे अशोका (2001), ज़ी टीवी कार्यक्रम 'जीना इसी का नाम है' शामिल है। 
     
    फिल्मी करियर 
    सुरेश ने हिंदी सिनेमा में कदम वर्ष 1977 में फिल्म जीवन मुक्त से रखा, और मुख्य किरदार निभाने का मौका उन्हें फिल्म एक बार फिर से वर्ष 1980 में मिला।  हल्नाकी बतौर मुख्य लीड उनकी यह फिल्म कुछ खास चली नहीं थी।  इसके बाद उन्होंने कई अन्य फिल्मों में काम किया, जिनमे एक बार कहो, सुरक्षा, खंजर,आदि शामिल हैं।  हिंदी सिनेमा जगत में सुरेश ने  चरित्र अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाई है।  उन्हें उनके बेहतरीन काम के लिए   कई पुरस्कारों से सम्मानित भी किया जा चुका है।  सुरेश को 1982 में फिल्म ‘लावारिस’ के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार के सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार के लिए नामांकन मिला। इसके बाद इन्हें 1985 में ‘घर एक मंदिर’ के लिए भी फिल्मफेयर के सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए नामांकन मिला।  सुरेश को 1987 में फिल्म ‘मिर्च मसाला’ के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया।   
     
    तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
    Enable
    x
    Notification Settings X
    Time Settings
    Done
    Clear Notification X
    Do you want to clear all the notifications from your inbox?
    Settings X