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KBC Exclusive: एक ऐसा गांव जहां चूहा खाते हैं लोग
केबीसी 6 के सेट पर हाल ही में बिहार की राजधानी पटना से 15 किमी दूर बसने वाली एक प्रजाती जिसे मूसहर कहा जाता है के सदस्य मनोज कुमार आए। मनोज का साथ देने के लिए बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी भी शो में आए। मनोज बाजपेयी ने बताया कि पटना से 15 किमी दूर जमशोद गांव में ना ही खेती के लिये जमीन है और ना ही अनाज खरीदने के लिए पैसे। वहां साफ सफाई भी नहीं होती लोग कीचड़ में ही अपनी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। वहां साक्षरता की दर भी मात्र 3 प्रतिशत है। क्योंकि मां बाप अपने बच्चों को मजदूरी में लगाना चाहते हैं ना कि उन्हें साक्षर बनाना चाहते हैं।
इस प्रजाति के लोग दलितों में भी दलित माने गये हैं और सरकार इन्हें महा दलित के नाम से जानती है। इन्हें जिंदगी जीने के लिए आवश्यक किसी भी प्रकार की आधारभूत सुविधाएं नहीं मिली हैं तो जब इनकी भूख को मिटाने के लिए अनाज मुहैय्या ना हुआ तो इन्होंने अपने घरों के आस पास रहने वाले मूसों यानि कि चूहों को ही खाना शुरु कर दिया और आज ये इनकी आदत बन गयी है। गरीबी के कारण इन्होंने सस्ती शराब बनाना भी शुरु कर दिया और मनोरंजन के लिए उसी शराब का सेवन भी। इस वक्त ज्योति कुमार सिन्हा जो कि एक आइएएस ऑफीसर थे इस प्रजाति के बच्चों को निशुल्क पटना में अपने हॉस्टल में रखते हैं और उन्हें शिक्षा देते हैं। इस स्कूल का नाम है शोषित समाधान केंद्र।
केबीसी में भाग लेने के लिए आए मनोज कुमार ने कहा कि वो चाहते है कि इस प्रजाति के लोग भी पढ़ लिखकर किसी काबिल बन जाएं और आगे बढ़ें। अमिताभ बच्चन ने मनोज के इस जज्बे को सलाम किया और साथ ही उन्हें शो में एक अच्छी रकम जीतने के लिए प्रोत्साहित किया।
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