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Mission Majnu Review: रोमांस और देशभक्ति के बीच रोमांच की कमी, कमजोर पटकथा को सिद्धार्थ मल्होत्रा का सहारा
निर्देशक- शांतनु बागची
कलाकार- सिद्धार्थ मल्होत्रा, रश्मिका मंदाना, कुमुद मिश्रा, शारिब हाशमी, परमीत सेठी, अश्वत भट्ट
प्लेटफॉर्म- नेटफ्लिक्स
"जंग हथियारों से नहीं, इंटेलिजेंस से जीती जाती है".. यह कहानी एक ऐसे मिशन की है, जहां भारत के जासूसों की इंटेलिजेंस की वजह से पाकिस्तान को एक बड़ी मात मिली थी। 18 मई 1974 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में भारत के पहला सफल परमाणु परीक्षण किया था। यह एक शांतिपूर्ण परीक्षण था, जिसने भारत को छठा ऐसा देश बना दिया, जिन्होंने परमाणु परीक्षण किया था। लेकिन इससे बाकी देशों के बीच खलबली मच गई थी। अमेरिका ने भारत पर कई तरह के प्रतिबंध भी लगा दिये थे। वहीं, पाकिस्तान भी पूरी तरह से बौखला चुका था क्योंकि इससे कुछ साल पहले ही 1971 का युद्ध पाकिस्तान भारत से हार चुका था।
भारत के इस कदम के बाद पाकिस्तान भी अपनी पूरी शक्ति के साथ परमाणु परीक्षण की कोशिश में जुट गया। उस वक्त पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो ने यहां तक कह दिया था कि हमें भले घास की रोटी खानी पड़े, लेकिन पाकिस्तान अब परमाणु बम बनाकर ही रहेगा। उस वक्त पाकिस्तान के शीर्ष वैज्ञानिक अब्दुल कादिर खान (ए क्यू खान) ने इसकी जिम्मेदारी उठाई। फिल्म की कहानी एक भारतीय जासूस की है, जो पाकिस्तान की परमाणु संयंत्रों का पता लगाने और उन्हें खत्म करने के मिशन पर है। इस मिशन का नाम है 'मिशन मजनू'।

कहानी
अमनदीप अजितपाल सिंह उर्फ तारिक अली (सिद्धार्थ मल्होत्रा) एक भारतीय जासूस है, जो सालों से पाकिस्तान में एक दर्जी बनकर रह रहा है। उसके पिता पर देशद्रोह का आरोप लगाया था और वो उसी दाग को हटाने के लिए अपने देश के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार है। ऐसे में रॉ की ओर से उसे मिशन दिया जाता है कि उसे पाकिस्तान की परमाणु संयंत्रों का पता लगाना है और उसे उसे खत्म करना है। इस बीच तारीक के जिंदगी में नसरीन भी शामिल होती है। दोनों प्यार में पड़ते हैं और फिर शादी कर लेते हैं। लेकिन तारीक की दूसरी जिंदगी भी साथ साथ चल रही होती है। अपने मिशन को पूरा करने के लिए वह पाकिस्तान में रह रहे दो और भारतीय जासूसों से मिलता है। अब ये तीनों मिलकर क्या पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण के सपने को तोड़ पाएंगे? या माटी के नाम शहीद हो जाएंगे? इसी के इर्द गिर्द घूमती है पूरी कहानी।

अभिनय
भारतीय जासूस के किरदार में सिद्धार्थ मल्होत्रा ने अच्छा काम किया है। वो स्क्रीन पर टफ दिखते हैं, साथ ही उनके हाव भाव में एक इमोशनल टच भी है। खासकर एक्शन सीन्स में सिद्धार्थ एक अलग अंदाज में नजर आए। वहीं, रश्मिका मंदाना फिल्म में पाकिस्तानी लड़की का किरदार निभा रही हैं, जो देख नहीं सकती। उनके किरदार को और मजबूत बनाया जा सकता था, लेकिन अपने किरदार के साथ उन्होंने न्याय किया है। सिद्धार्थ और रश्मिका की जोड़ी अच्छी दिखी है। वहीं, सपोर्टिंग किरदारों में कुमुद मिश्रा, शारिब हाशमी, परमीत सेठी, अश्वत भट्ट, जाकिर हुसैन प्रभाव छोड़ते हैं।

निर्देशन
शांतनु बागची इस फिल्म के साथ अनसंग हीरोज की कहानी लेकर आए हैं, जो उनके मुताबिक सच्ची घटनाओं से प्रेरित है। भारतीय जासूसों पर कई फिल्में बन चुकी हैं, कुछ बेहद सफल भी रही हैं और कुछ की कंटेंट को बहुत तारीफ मिली है। ऐसे में देखा जाए तो मिशन मजनू कुछ नया नहीं परोसती है। यह नई कहानी को पुराने अंदाज में ही पेश करती है। रोमांस, देशभक्ति और एक्शन से भरी इस फिल्म में निर्देशक रोमांच लाने से चूक गए हैं, तो एक थ्रिलर फिल्म का सबसे अहम पहलू होता है। कई किरदारों को अधपका ही छोड़ दिया गया लगता है। भावनात्मक दृश्यों की भी कमी है, वहीं भारत- पाकिस्तान के दुश्मनी के जरीए कुछ हिस्सों में देशभक्ति ढूंसी गई लगती है।

तकनीकी पक्ष व संगीत
फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर केतन सोढा द्वारा रचित है। जो कि एक पॉजिटिव पक्ष है क्योंकि यहां संगीत के नाम पर शोर से जरीए देशभक्ति दिखाने की कोशिश नहीं की गई है। फिल्म के गाने तनिष्क बागची, रोचक कोहली और अर्को द्वारा रचित हैं, और गीत मनोज मुंतशिर, शब्बीर अहमद और ए एम तुराज़ द्वारा लिखे गए हैं। फिल्म में दो ही गाने हैं- रब्बा जानदां और माटी को मां कहते हैं.. जुबिन नॉटियाल और सोनू निगम की आवाज में दोनों गाने काफी अच्छे लगे हैं। बिजितेश की सिनेमेटोग्राफी औसत है, वहीं, नितिन बैद भी एडिटिंग में थोड़ी और कसावट ला सकते थे। कुछ दृश्यों में जंप भी साफ दिखी है, जो चुभती है।

रेटिंग
सिद्धार्थ मल्होत्रा और रश्मिका मंदाना स्टारर 'मिशन मजनू' देशभक्ति से लबरेज एक अनसंग हीरो की कहानी है। फिल्म कुछ हिस्सों में मजबूत है, लेकिन पटकथा के स्तर पर काफी कमियां भी सामने आती हैं। फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध हो चुकी है, जहां आप इसे देख सकते हैं। फिल्मीबीट की ओर से 'मिशन मजनू' को 2.5 स्टार।