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    'मलाल' फिल्म रिव्यू: डेब्यू से ही छाप छोड़ने में सफल मीज़ान- एवरेज कहानी का 'मलाल' रहेगा

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    Rating:
    2.5/5

    'मैं कोई मलाल नहीं रखना चाहता कि मैंने तुम्हें पाने की पूरी कोशिश नहीं की', आस्था (शर्मिन सहगल) की हाथों को अपनी हाथों में लिए शिवा (मीज़ान जाफरी) की यह जज़्बात आपकी दिलों को छू जाएगी। दो अलग अलग पृष्ठभूमि में पले बढ़े, पढ़े लिखे शिवा और आस्था की प्रेम कहानी आपको नई नहीं लगेगी। लेकिन फिल्म के किरदार आपको बांधने में सफल रहेंगे।

    मुंबई के चॉल में रहने वाला लड़का है शिवा- मस्तमौला और आवारा। ना उसे दुनिया की परवाह है, ना खुद की। पूरे चॉल के साथ साथ उसके पिता भी उसे निकम्मा मानते हैं। सड़कों पर मारपीट करना शिवा के लिए नई बात नहीं है। ऐसे में शिवा की बिखरी जिंदगी को टक्कर देने चॉल में एंट्री होती है आस्था की। जो अपने परिवार पर अचानक आए आर्थिक तंगी की वजह से चॉल में रहने आई है।

    Malaal Movie Review

    दो अलग व्यक्तिव्य होकर भी जल्द ही आस्था और शिवा के बीच नजदीकियां आती हैं। शुरुआती नोकझोंक के बाद शिवा को आस्था से इस कदर प्यार हो जाता है कि वह उसके लिए कुछ भी कर सकता है। आस्था की वजह से वह आवारापन छोड़ देता है और उसकी जिंदगी पटरी पर आने लगती है। संजय लीला भंसाली द्वारा दिया गया फिल्म का संगीत इनकी प्रेम कहानी में अहम किरदार निभाता है।

    लेकिन प्रेम कहानी में जबतक कोई ट्विस्ट ना हो, वह पूरी नहीं होती। प्यार को पाने के लिए दोनों किस हद तक जाते हैं? क्या शिवा और आस्था साथ हो पाते हैं या रह जाता है कोई मलाल.... यह देखने के लिए आपको थियेटर तक जाना पड़ेगा।

    Malaal Movie Review

    फिल्म की कहानी 1998 के समय की है और निर्देशक मंगेश हडावले ने उस मूड को अच्छी तरह तैयार किया है। फर्स्ट हॉफ आपको फिल्म से बांधने में सफल रहती है, जबकि सेकेंड हॉफ में कहानी कई जगह बोझिल हो जाती है। फिल्म के डॉयलोग्स प्रभावी नहीं हैं, जिस वजह से कहानी हल्की लगने लगती है। राजेश पांडे की एडिटिंग और रगुल धरुमन की सिनेमेटोग्राफी फिल्म को बेहतर बनाती है।

    Malaal Movie Review

    अभिनय की बात करें तो मीज़ान जाफरी ने दमदार डेब्यू किया है। पर्दे पर उनकी अदायगी से ऐसा नहीं लगता है कि यह उनकी पहली फिल्म है। शिवा के टपोरी किरदार में वह खूब जंचे हैं। शर्मिन अच्छी लगी हैं, लेकिन प्रभावित करने में चूक जाती हैं। सपोर्टिंग कास्ट भी अपने अपने किरदारों में दम रखते हैं।

    कुल मिलाकर, मंगेश हडावले के निर्देशन में बनी 'मलाल' आपके दिलों को को छूएगी, लेकिन ज्यादा वक्त तक प्रभाव छोड़ने में असफल रहेगी। नए सितारे मीज़ान और शर्मिन की मेहनत नजर आती है। हमारी ओर से फिल्म को ढ़ाई स्टार।

    English summary
    Barring a few tender moments, Meezaan Jaffery- Sharmin Segal's love story of two contrasting worlds in 'Malaal' fails to stir up a sea of emotions and tug your heartstrings.
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