Just In
- 13 min ago
कॅालेज में रोमांटिक डेट पड़ी जान्हवी कपूर पर भारी, बोला- वो डरावना था, उसने मुझे गलत कहा था
- 35 min ago
तांडव के मेकर्स को हाईकोर्ट के वकील ने भेजा लीगल नोटिस, ये सीन बना विवाद का कारण
- 1 hr ago
बड़ा झटका: सैफ अली खान की तांडव- काजोल की त्रिभंगा पूरी फिल्म HD Print LEAK, तेजी से डाउनलोड
- 2 hrs ago
रियल लाइफ में बेहद बोल्ड हैं 'आश्रम' की पम्मी पहलवान, वायरल हुईं अदिति पोहनकर की हॉट तस्वीरें
Don't Miss!
- News
'कोरोना वैक्सीनेशन का जब आएगा नंबर तब लगाएंगे', सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा
- Lifestyle
क्या कोविड वैक्सीन लगाने से कम हो जाएगी फर्टिलिटी, जानें स्वास्थ्य मंत्री ने क्या दिया जवाब
- Sports
वाशिंगटन की गेंद पर इस तरह 'क्लीन बोल्ड' हुए कैमरून ग्रीन, देखें वीडियो
- Automobiles
Royal Enfield 650 Model CEAT Tyres: अब रॉयल एनफील्ड 650 बाइक्स में मिलेंगे सीएट टायर, हुई साझेदारी
- Finance
SBI अलर्ट : KYC के नाम पर चूना लगा रहे हैं ठग, ऐसे सावधान रहें ग्राहक
- Education
SSC CHSL Result 2021 Cut Off List: एसएससी सीएचएसएल रिजल्ट कट ऑफ 2021 लिस्ट जारी, ऐसे करें डाउनलोड
- Technology
OnePlus Nord का प्री-ऑर्डर अमेज़न पर 15 जून से होगी शुरू; इसको खरीदने वाले पहले बने
- Travel
ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का संगम : पठानकोट
गजिनी: दर्शको को बांधने में कामयाब
निर्देशक: ए आर मुरूगदोज
गीतकार : प्रसून जोशी
संगीतकार : ए.आर. रहमान
कलाकार: आमिर खान, असिन, जिया खान, प्रदीप सिंह रावत
निर्माता ए आर मुरूगदोज की फिल्म गजिनी में आमिर खान का किरदार ऐसे शख्स का है जिसे केवल 15 मिनट के लिए ही चीजें याद रहती है। निर्माता ने हालीवुड की फिल्म मुमेंटो का केवल 15 प्रतिशत हिस्सा लिया है।
कहानी: संजय सिंहानिया (आमिर खान) एक एयर वाइस सेल्यूलर फोन कंपनी का मालिक है। एक पत्रिका में वह कल्पना (असीन) नामक मॉडल का इंटरव्यू पढ़ता है, जो दावा करती है कि संजय उससे मिला था और उससे प्यार करता है।
संजय उससे मिलता है और उसे प्यार हो जाता है। दोनों की प्रेम कहानी आगे बढ़ती है, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। कुछ लड़कियों को कल्पना गुंडों से बचाती है। वे गुंडे कल्पना की हत्या कर देते हैं और संजय की भी निर्ममता से पिटाई करते हैं।
सिर पर चोट की वजह से संजय शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस का शिकार हो जाता है। किस तरह से वह अपना बदला लेता है, यह फिल्म में रोमांचक तरीके से दिखाया गया है।
एक इंस्पेक्टर को संजय की डायरी मिलती है जिसमें उसकी जिंदगी के अन्य पहलूओं के बारे में पता चलता है। यही डायरी बाद में एक डॉक्टर (जिया खान) के हाथ लग जाती है जो धीरे धीरे संजय के प्रति आकर्षित होने लगती है।
अभिनय:'तारे जमीं पर" के बाद आमिर ने यू टर्न लेते हुए एक शुद्ध कमर्शियल फिल्म में काम किया है। उन्हें संवाद कम दिए गए हैं, लेकिन बदले की आग से जलती हुई उनकी आँख सब कुछ बयाँ कर देती है।
असीन ने ज्यादा बोलने वाली और मासूम लड़की का किरदार उम्दा तरीके से निभाया। खासकर रोमांटिक दृश्यों और उनकी हत्या वाले दृश्य में उनका अभिनय देखने लायक है।
जिया खान का किरदार रोचक है जो पहले आमिर के लिए बाधाएँ खड़ी करता है और बाद में उसकी मदद करता है।
गजनी के रूप में प्रदीपसिंह रावत के चेहरे से क्रूरता टपकती है। उनका किरदार सोने की मोटी चेन, अँगूठी और सफेद कपड़े पहना टिपिकल विलेन है, जो दस वर्ष पहले फिल्मों में दिखाई देता था और 'ऐसा मारेंगे कि उसका नाखून भी नहीं मिलेगा" जैसे संवाद बोलता है।
फिल्म का संगीत ठीक है। 'गुजारिश" और 'बहका" उम्दा बन पड़े हैं, लेकिन कुछ गाने ऐसे हैं जैसे दक्षिण भारतीय भाषा से अनुवाद किए हुए हों। रवि चन्द्रन की सिनेमॉटोग्राफी उल्लेखनीय है।
कुल मिलाकर कुछ नया मसाला देखने जा सकते है!