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गुलजार के आगे मैं खामोश हो जाती हूं: विद्या बालन
'कहानी' की एक्ट्रेस विद्या बालन कहती हैं कि वह गीतकार और कहानीकार गुलजार से पूरी तरह प्रभावित हैं। इतना ही नहीं वो गुलजार के चलते ही उर्दू साहित्य से भी परिचित हुई।
गुलजार के साथ उनकी नई एलबम 'तेरा बयान गालिब' जारी करते हुए विद्या ने कहा, मैं गुलजार साहब के चलते उर्दू साहित्य से परिचित हुई। मैंने एक साल पहले उन्हें कालाघोड़ा महोत्सव में कराड़ी टेल्स पढ़ते हुए देखा। मैंने जो भी देखा और सुना उससे मैं बहुत प्रभावित हुई और मैंने उर्दू साहित्य में भी इंट्रस्ट लेना शुरू कर दिया।
विद्या ने कहा, मेरे लिए गुलजार ही अकेले ऐसे व्यक्ति हैं जिनके आगे में खामोश हो जाती हूं। विशाल भारद्वाज सफेद सूफी बुलाते हैं। इस एलबम में शायर गालिब के खत और कविताएं हैं, जिन्हें गुलजार ने पढ़ा है। गालिब की गजलें गजल गायक जगजीत सिंह की आवाज में हैं।
जगजीत सिंह के संबंध में बात करते हुए विद्या ने कहा, मुझे लगता है कि मेरी पीढ़ी के हर व्यक्ति के लिए गजल का मतलब जगजीत सिंह और उर्दू साहित्य का मतलब गुलजार हैं। गालिब को हम तक कोई नहीं पहुंचा सका था लेकिन हमारे तक गालिब को गुलजार साहाब और जगजीत सिंह ने ही पहुंचाया।