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नेपाल में दिखाई जाएगी 'स्वप्नभूमि'
नेपाल में अगले महीने आयोजित होने वाले दक्षिण एशिया फिल्म महोत्सव में बांग्लादेश में ऊर्दू भाषी लोगों के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'स्वप्नभूमि' प्रदर्शित की जाएगी।
बांग्लादेश में ऊर्दू भाषियों को 'बिहारी' कहा जाता है। 'स्वप्नभूमि' का निर्माण तनवीर मोकमेल ने किया है, जिसमें उन्होंने इस समुदाय की समस्याओं और उनके सपनों को दिखाया है।
बांग्लादेश में 116 शिविरों में इस समुदाय के लगभग 160,000 लोग रहते हैं। ये सभी वर्ष 1947 में भारत -पाकिस्तान विभाजन के दौरान पूर्वी पाकिस्तान चले गए थे, जो बाद में बांग्लादेश बना। बांग्लादेश के निर्माण के बाद शरणार्थी का दर्जा दिया गया। इन्हे तीन दशकों के बाद बांग्लादेश में मतदान का अधिकार मिला।
काठमांडू में दक्षिण एशिया फिल्म महोत्सव में दक्षिण एशियाई क्षेत्र की 36 फिल्मों को दिखाया जाएगा। महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फिल्म को 'रामबहादुर पुरस्कार' से सम्मानित किया जाएगा।