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'ये भी एक दौर है वो भी एक दौर था'..काका से जुड़ी चंद यादें
लाखों फैन्स की भीड़ जिसके साथ चलती थी बॉलीवुड के उसी सुपरस्टार की पूरी जिंदगी तन्हाइयों में गुजर गई। 70 की दशक के इस सुपरस्टार की पूरी जिंदगी इस कदर उलझी हुई थी कि वो अपनी जिंदगी की उलझनों को सुलझाते सुलझाते ही इस दुनिया से अलविदा कह गए।
'लड़कियां उन्हें खून से खत लिखतीं थीं', 'उनकी गाड़ी को अपनी लिपिस्टिक के लाल रंग से रंग देती थीं' इन खबरों को सुनकर राजेश खन्ना की फिल्म 'प्रेमनगर' का गाना याद आ गया
'ये लाल रंग कब मुझे छोड़ेगा...'
'काका' के नाम से मशहूर राजेश खन्ना को चुन्नी लाल खन्ना और लीलावती खन्ना ने गोद लिया था। उनके असली माता पिता कौन थे इसकी जानकारी किसी को नहीं थी। मुंबई के गिरगांव में अपनी जिंदगी का शुरुआती सफर तय करने वाले काका ने अपनी पूरी जिंदगी मुंबई में ही गुजारी और अपने जीवन का आखिरी सफर भी मुंबई में ही तय किया।
जिस
का
जितना
हो
आंचल
यहां
पर,
उसको
सौगात
उतनी
मिलेगी,
फूल
जीवन
में
गर
ना
मिले
तो,
कांटो
से
भी
निभाना
पड़ेगा,
जिंदगी
प्यार
का
गीत
है,
इसे
हर
दिल
को
गाना
पड़ेगा।
कुछ इन्हीं पक्तियों से मिलता जुलता था राजेश खन्ना का जिंदगी जीने का अंदाज। काका जिंदगी की खुशियों और तकलीफों में एक सा व्यवहार रखते थे। काका की जिंदगी में प्यार के रुप में आने वाली पहली महिला थी अंजु महेन्द्रु जो कि एक फैशन डिजाइनर के साथ साथ एक एक्टर भी थीं। लेकिन कुछ सालों के बाद अंजु के साथ उनका ब्रेक अप हो गया और उसके बाद दोनों ने 17 सालों तक एक दूसरे से बात तक नहीं की।
उसके बाद राजेश खन्ना की जिंदगी में आईं डिंपल कपाड़िया। डिंपल कपाड़िया उस वक्त अपनी पहली फिल्म 'बॉबी' कर रही थीं और उनका ऋषि कपूर के साथ ब्रेक अप हुआ था। राजेश खन्ना जिनपर लाखों लड़कियां मरती थीं डिंपल कपाड़िया से मिलने के बाद उनसे शादी करने को तैयार हो गऐ। उनकी शादी 1974 में हुई लेकिन इस रिश्ते से भी राजेश खन्ना की जिंदगी की तन्हाई दूर नहीं हुई। शादी के बाद ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना के रुप में काका और डिंपल कपाड़िया की जिंदगी में दो बड़ी खुशियां आईं लेकिन दोनों बेटियां से जुड़ी डोर भी काका और डिंपल के रिश्ते की डोर को बांध कर ना रख पाई। साल 1984 में डिंपल और राजेश खन्ना अलग हो गए लेकिन इसके बावजूद दोनों ने एक दूसरे से तलाक नहीं लिया।
डिंपल से अलग होने के बाद अभिनेत्री टीना मुनीम के साथ राजेश खन्ना के अफेयर की खबरें सुर्खियों में रहीं लेकिन टीना मुनीम के भी बॉलीवुड छोड़ जाने के बाद एक बार फिर से काका अकेले रह गए। शादी के कई सालों बाद भी जब राजेश खन्ना से डिंपल के बारे में पूछा गया तो उन्होने सिर्फ इतना ही कहा "क्या आपको पता है? मैं आज भी अपनी पत्नी डिंपल से बहुत प्यार करता हूं।"
साल 2012 में 'आनंद' यानी कि राजेश खन्ना को 'बाबू मुशाय' अमिताभ बच्चन द्वारा आईफा अवार्ड्स सेरमनी में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला और इस यादगार मौके पर सुपरस्टार ने अपने अंदाज में अपने दर्शकों को धन्यवाद दिया साथ ही 'बाबू मुशाय' को भी गले से लगाया। अवार्ड लेते समय काका के कहे शब्द थे-
"इस अवार्ड को हासिल करने के लिए मुझे 40 साल लगे और 180 पिक्चरें लगीं फिर जाके मुझे ये हासिल हुआ ये लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड। यू नो इट्स ए लांग जर्नी आइ मस्ट से लेडिज एंड जेंटलमैन। मैं बहुत आभारी हूं आईफा का, ये यहां खड़ा है ना बाबू मुशाय, ए बाबू मुशाय थैंक्यू वैरी मच। मैं जो कुछ भी हूं आपकी बदौलत हूं। आपने ही मुझे एक्टर से स्टार बनाया स्टार से सुपरस्टार बनाया, मुझे अपना प्यार भेजते रहे मुझे आपका प्यार मिलता रहा चाहे वो हिंदु था मुसलमान था सिक्ख या इसाई था..आज कुछ कहना चाहूंगा इज्जतें शोहरतें उल्फतें चाहतें, ये सब कुछ इस दुनिया में रहता नहीं आज मैं हूं जहां कल कोई और था ये भी एक दौर है वो भी एक दौर था।... ये तो पब्लिक है ये सब जानती है।"
'जिंदगी
के
सफर
में
गुजर
जाते
हैं
जो
मकाम
वो
फिर
नहीं
आते
वो
फिर
नहीं
आते..'
काका अब कभी नहीं आएंगे। आंसुओं से नफरत करने वाले काका की आंखों में ना जाने कितन आंसू थे जो कभी उनकी आंखों से नहीं छलके। जीवन पर्यन्त और मरने के बाद भी काका का नाम कई विवादों से जोड़ा गया लेकिन काका की तरफ से सभी विवादों के लिए चंद पंक्तियां प्रस्तुत हैं-
'कुछ तो लोग कहेंगे..लोगों का काम है कहना..'
काका हमेशा अपने फैन्स के दिलों में रहेंगे जैसा कि उन्होने अपने पहले और आखिरी विज्ञापन में कहा था कि "मेरे फैन्स मुझसे कोई नहीं छीन सकता।" सच है काका हमेशा जिंदा रहेंगे क्योंकि काका बॉलीवुड के आनंद थे और 'आनंद मरते नहीं'..।
जाते
जाते
काका
की
कुछ
पंक्तियां
याद
आ
गईं..
'मैं
शायर
बदनाम
मैं
चल
मैं
चला...'
लेकिन
इस
बदनाम
शायर
का
नाम
ताउम्र
बॉलीवुड
के
सुपरस्टार
के
रुप
में
जाना
जाएगा।
राजेश
खन्ना
को
श्रृद्धांजलि
देते
हुए
राज
बब्बर
के
यह
शब्द
मैं
यहा
पर
एक
बार
फिर
याद
दिलाना
चाहूंगी
"राजेश
खन्ना
सुरस्टार
थे,
आज
भी
हैं
और
जब
तक
बॉलीवुड
रहेगा
वो
सुपरस्टार
रहेंगे।"