Just In
- 9 hrs ago OOPS: बेटे अरहान से गंदी बातें करने के बाद अब इस हाल में दिखी मलाइका, बार-बार ठीक करती रही लटकती फिसलती ड्रेस
- 9 hrs ago बच्चे के लिए तरस गई थीं आमिर खान की पूर्व पत्नी किरण राव, झेला था मल्टीपल मिसकैरेज का दर्द
- 10 hrs ago VIDEO: कैटरीना कैफ ने मिसेज खान बनने का मौका दिया, सलमान खान ने भरी महफिल में उड़ाई खिल्ली
- 10 hrs ago ना जया.. ना रेखा.. बल्कि इस महाराष्ट्रीयन लड़की से प्यार करते थे अमिताभ बच्चन, बुरी तरह तोड़ा एक्टर का दिल
Don't Miss!
- News VASTU TIPS : घर में समृद्धि लाना है तो इन उपायों पर गौर फरमाइए
- Education UP Board 12th Result 2024: यूपी बोर्ड 12वीं रिजल्ट 2024 कल 2 बजे आयेगा, यहां देखें UPMSP Result डाउनलोड लिंक
- Lifestyle Blackheads Removal Tips: नहीं निकल रहे हैं ठुड्डी पर धंसे हुए ब्लैकहेड्स? 5 मिनट में ये नुस्खें करेंगे काम
- Technology Vivo के इस 5G फोन की कल होने जा रही एंट्री, लॉन्च से पहले कीमत से लेकर फीचर्स तक की डिटेल लीक
- Travel हनुमान जयंती : वो जगहें जहां मिलते हैं हनुमान जी के पैरों के निशान
- Finance Employee Count: देश की टॉप IT कंपनियों में कम हो गए 63,759 कर्मचारी, जानें किस कंपनी में कितने लोग हुए कम
- Automobiles 3 करोड़ की कार में वोट डालने पहुंचे साउथ सिनेमा के दिग्गज स्टार Dhanush, फैंस ने किया स्वागत
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
मैं अपनी अनुपस्थिति महसूस कराना चाहता हूं : अनुपम
नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। बॉलीवुड में करीब 30 बरसों में 400 फिल्मों में अभिनय कर चुके प्रख्यात अभिनेता अनुपम खेर इन दिनों रुपहले पर्दे से दूर हैं। वह कहते हैं कि अपनी उपस्थिति का एहसास कराने के लिए कभी-कभी कैमरे से दूर रहना महत्वपूर्ण होता है।
अनुपम ने आईएएनएस से साक्षात्कार में कहा, "लोग मुझसे पूछते हैं कि इन दिनों मैं बड़े पर्दे पर क्यों नहीं दिखता। मुझे लगता है कि जीवन में कभी ऐसा समय आता है जब आप काम के पीछे नहीं भागना चाहते। मैं 400 फिल्मों में काम करने के बाद खुद को संतुष्ट महसूस करता हूं। कभी-कभी यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि आप अपनी उपस्थिति को अपनी अनुपस्थिति से महसूस कराएं, मैं इन दिनों यही कर रहा हूं।"
पद्मश्री से सम्मानित अनुपम ने 'सारांश' में बेहद प्रभावशाली भूमिका निभाकर बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की थी। उन्होंने अपने करीब तीन दशक लम्बे करियर में खलनायक से लेकर हास्य कलाकार तक के सभी किरदार निभाए हैं।
'कर्मा' (1986) और 'हम' में उनकी नकारात्मक भूमिकाएं जहां दर्शकों में भय पैदा करती हैं, वहीं 'डैडी' (1989), 'मैंने गांधी को नहीं मारा' और 'खोसला का घोसला' (2007) जैसी फिल्मों में उनका अभिनय दर्शकों को भावुक कर देता है। उन्होंने 'लम्हे' (1991), 'शोला और शबनम' (1992), 'डर' (1993) और 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' (1995) जैसी फिल्मों में अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन किया है।
इन दिनों 55 वर्षीय अनुपम ज्यादा फिल्में नहीं कर रहे हैं। वह कहते हैं, "अनुभव बहुत कुछ सिखाते हैं। एक लम्बी यात्रा के बाद लोग चयनात्मक हो जाते हैं। अलग-अलग तरह की भूमिकाएं करने के बाद कोई भी विशेषज्ञ बन जाता है और उसे अच्छी और ठीक भूमिकाओं में फर्क समझ में आने लगता है।"
फिल्मों में न दिखने के बावजूद अनुपम बहुत व्यस्त हैं। वह कहते हैं, "मैं बहुत सी परियोजनाओं में खुद को व्यस्त रखता हूं। फिल्में, परिवार, मेरा एक्टिंग स्कूल और 'लीड इंडिया' व 'डिस्कवर इंडिया विद अनुपम खेर' जैसे कार्यक्रमों में व्यस्त हूं। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप नींव डालें और यह समझें कि आप इस उम्र में क्या करना चाहते हैं और कैसी उपलब्धियां हासिल करना चाहते हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
**
-
दिव्यांका त्रिपाठी का एक्सीडेंट, टूट गईं इस जगह की हड्डियां, पति ने रद्द किए सारे इवेंट्स!
-
Bollywood Highlights- ईडी ने जब्त की राज कुंद्रा की संपत्ति, सलीम खान ने फायरिंग पर खुलकर की बात
-
Haryanvi Dance Video: जब चुन्नी ओढ़ सपना चौधरी ने पब्लिक के सामने लगाए ठुमके, दीवाने हुए लोग और फिर...