श्रद्धा कपूर-शाहिद कपूर की फिल्म हैदर को लेकर चर्चाओं का बाजार पूरी तरह से गर्म हैं। मशहूर नाटककार शेक्सपियर के प्रख्यात नाटक 'हैमलेट' पर आधारित विशाल भारद्वाज की फ़िल्म 'हैदर' सिनेमाई प्रतिभा और सशक्त अभिनय से भरपूर है। डायरेक्टर विशाल फिल्म से भावनात्मक रुप से जुडे़ हैं, उनका कहना है कि 'मैं भी भारतीय हूँ, देशभक्त भी हूँ. मैं अपने देश को प्यार करता हूँ, इसलिए मैं ऐसा कोई काम नहीं करना चाहता जो राष्ट्रविरोधी हो। आलोचक और प्रशंसक दोनों ही फिल्म को लेकर अलग-अलग राय कायम कर रहे हैं। वरिष्ठ विश्लेषक डॉ. ज़ाकिर हुसैन कहते हैं- 'भारत की लोकतांत्रिक परंपरा जितनी मजबूत होगी ऐसी फ़िल्में उतनी ही ज़्यादा बनेंगी और लोग शिक्षित होंगे, हैदर इस दिशा में पहला क़दम है।
फिल्म हैदर की कहानी ही प्रशंसा के काबिल नहीं बल्कि फिल्म में कलाकारों के द्वारा बोले गए संवाद भी कमाल के हैं। हैदर के संवाद विशाल भारद्वाज ने खुद ही लिखे हैं। भारद्वाज के साहसिक चित्रण को आलोचकों एवं उनके प्रशंसकों ने फिल्म में काफ़ी पसंद किया है फिल्म की कहानी के संवाद दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ते नजर आ रहे हैं। संवादों ने फिल्म के कलाकारों के अभिनय में जान डाल है। हर डाॅयलाॅग गहराई को छूता हुआ है। तो स्लाइडर को आगे बढ़ाइए और तस्वीरों के साथ देखिए फिल्म हैदर के 10 पाॅवरफुल डाॅयलाॅग। हमें यकीं है कि फिल्म हैदर के ये दस संवाद आपको करेंगे बेहद प्रभावित.....
संवाद 1
''दो हाथी लड़ते हैं, तो घास कुचली जाती है'', संवाद दिल को छूता है, जिसका मतलब आसानी से समझा जा सकता है।
संवाद 2
'दिल की अगर सुनता हूं तो- तू है, दिमाग की सुनता हूं तो- तू है नहीं, जान लूं कि जान दूं, मैं रहूं कि मैं नहीं।
संवाद 3
श्रद्धा कपूर के बोले "I have lov-ed you more than my life." इस संवाद को शाहिद कई बार सुधारने की कोशिश करते नजर आए।
संवाद 4
''न दिखाई देने वाले लोगों की बीवियां आधी बेवा कहलाती हैं'', यानि आधी विधवा, शाहिद फिल्म में अपनी मां का किरदार निभा रहीं तब्बू से कहते हैं।
संवाद 5
तू भी अदृश्य हो जाएगा, अपने बाप की तरह, गुस्से में तब्बू का संवाद।
संवाद 6
''मां जब झूठ बोले ना, नहीं अच्छी लगती'', संवाद लोगों की जुबां पर चढ़ चुका है।
संवाद 7
''ये छुप छुप के नाच गाना पहले भी होता था, कि अभी-अभी शुरु हुआ है, बाबूजी के बाद
संवाद 8
'वहशी भेडि़या बन गया-शुक्र है कि 'आस्तीन का सांप नहीं बना'
संवाद 9
''आप इलेक्शन लड़ने की तैयारी कीजिए चाचा'', मेरी लड़ाई तो शुरु हो चुकी है। शाहिद चाचा बने केके मेनन को चेतावनी देते हुए।
संवाद 10
हैदर, मेरा इंतकाम लेना मेरे भाई से, उसी उन दोनों आंख में गोलियां दागना, जिन आंखो से उसने तुम्हारी मां पर फरेब डाले थे।
शाहिद कपूर
फिल्म हैदर की कहानी ही प्रशंसा के काबिल नहीं बल्कि फिल्म में कलाकारों के द्वारा बोले गए संवाद भी कमाल के हैं।
विशाल भारद्वाज
'हैदर' के संवाद डायरेक्टर विशाल भारद्वाज ने खुद ही लिखे हैं।
Fans
विशाल भारद्वाज के साहसिक चित्रण को आलोचकों एवं उनके प्रशंसकों ने फिल्म में काफ़ी पसंद किया है
संवाद
हमें यकीं है कि फिल्म हैदर के ये दस संवाद आपको बेहद प्रभावित करेंगे.
True Indian
डायरेक्टर विशाल फिल्म से भावनात्मक रुप से जुडे़ हैं, उनका कहना है कि 'मैं भी भारतीय हूँ, देशभक्त भी हूँ. मैं अपने देश को प्यार करता हूँ, मैं ऐसा कोई काम नहीं करना चाहता जो राष्ट्रविरोधी हो।