आलोचनात्मक समीक्षा
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शहर छोटे हैं, सपने नहीं.. मुरादाबाद के एक लड़के किशन मोहन गिरहोत्रा (फरहान अख्तर) का जिंदगी को लेकर यही कहना है। किशन सिंगर बनना चाहता है उसका सपना है कि वो एक दिन खुद का एल्बम रिकॉर्ड करे। वहीं खराब किस्मत और वुरे वक्त के कारण कुछ ऐसी परिस्थितियां बनती हैं कि उसे गलती से एक IAS ऑफिसर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया जाता है।
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