बॉम्बेरिया की शुरूआत एक उलझी हुई पहेली जैसे नैरेशन से होती है। जहां झोपड़ी में छुपे एक बूढ़े आदमी की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है। फिर हमें मिलाया जाता है मेघना (राधिका आप्टे) से जिसका सेलफोन एक बाइकर (सिद्धार्थ कपूर) ने चुरा लिया है। मेघना अभिषेक (अक्षय ओबेरॉय) को सड़क के बीच उससे मारपीट करने से रोकती है। जल्द ही पता चलता है कि मेघना एक हॉटशॉट अभिनेता करन कपूर (रवि किशन) की पीआर एजेंट हैं। जो फिल्म सिटी में हंस शेप के पैडल बोट में बैठकर विस्की पी रहा है।
इस अराजकता के बीच, एक राजनीतिक नेता (आदिल हुसैन) जेल में बंद है जो किसी 'पैकेज' के पीछे पड़ा है। फिल्म का बाकी प्लॉट सिर्फ इसी के कारण हुई कॉमेडी के इर्द-गिर्द घूमता है, जो कि मेकर्स के लिए क्लाइमैक्स से ज्यादा अहम मालूम होता है।
इस अराजकता के बीच, एक राजनीतिक नेता (आदिल हुसैन) जेल में बंद है जो किसी 'पैकेज' के पीछे पड़ा है। फिल्म का बाकी प्लॉट सिर्फ इसी के कारण हुई कॉमेडी के इर्द-गिर्द घूमता है, जो कि मेकर्स के लिए क्लाइमैक्स से ज्यादा अहम मालूम होता है।