Just In
- 8 hrs ago Crew Review: चोर के घर चोरी करती नजर आईं तबू, करीना और कृति, बेबो ने लूट ली सारी लाइमलाइट, कृति पड़ीं फीकी
- 10 hrs ago बेटे अकाय के जन्म के बाद अनुष्का शर्मा ने शेयर की अपनी पहली तस्वीर, दूसरी डिलिवरी के बाद ऐसी हो गई हैं हसीना
- 11 hrs ago ईशा अंबानी ने 508 करोड़ में बेचा अपना 38,000 स्कवेयर फुट का बंगला, इस हसीना ने चुटकी बजाकर खरीदा?
- 12 hrs ago 250 करोड़ की मालकिन बनने को तैयार 1 साल की राहा कपूर! रणबीर-आलिया ने लिया ऐसा फैसला
Don't Miss!
- News MP Weather News: मध्य प्रदेश में मौसम के तीखे तेवर, मार्च के महीने में शुरू हुई लू, भोपाल में पारा 40.5 डिग्री
- Lifestyle Crispy Chicken Strips : इफ्तार के लिए इस तरह बनाएं टेस्टी-टेस्टी क्रिस्पी चिकन स्ट्रिप्स, पढ़ें पूरी रेसिपी
- Education MHT CET 2024 Exam Dates: एमएचटी सीईटी 2024 परीक्षा की तारीखें फिर से संशोधित की गई, नोटिस देखें
- Finance Gaming का बिजनेस भारत में पसार रहा पांव, आने वाले सालों में 6 अरब डॉलर तक का होगा कारोबार
- Automobiles अब Toll प्लाजा और Fastag से नहीं, इस खास सिस्टम से होगा Toll Collection! नितिन गडकरी ने दिया बड़ा अपडेट
- Technology Oppo F25 Pro भारत में नए Coral Purple कलर में उपलब्ध, जानिए, स्पेक्स और उपलब्धता
- Travel Good Friday की छुट्टियों में गोवा जाएं तो वहां चल रहे इन फेस्टिवल्स में भी जरूर हो शामिल
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
प्रतियोगिता तगडी होनी चाहिए:सोहैल सेन
के के, कुणाल गांजावाला, श्रेया घोषाल तथा शान जैसे प्रतिष्ठित गायकों के साथ काम करने का अनुभव सोहैल के लिए काफी अच्छा रहा. उन्होंने बतौर नए संगीतकारों में सोहैल को न सिर्फ इज़्ज़त दी बल्कि उनके काम को सराहा भी. मेहबूब के गीतों के साथ अपने संगीत का जादू चलाने वाले सोहैल सेन अपने ज़माने के बेहतरीन संगीत निर्देशक समीर सेन के सुपुत्र हैं. संगीत के क्षेत्र में उनकी प्रारंभिक शिक्षा पांच साल से शुरू हुई थी. उनके पहले गुरु उनके दादा जी शंभू सेन थे. रिदम इंस्ट्रुमेंट की शिक्षा उन्होंने अपने पापा समीर सेन से ग्रहण की है तथा प्यानो गुरु टोनी पिंटो से सीखा है.
संगीत के माहौल में पले बढे सोहैल ने तेरह वर्ष की उम्र में फिल्म 'रोशनी" के लिए संगीत दिया था. उनके संगीत के लिए अपनी नायाब आवाज़ दी थी कविता कृष्णमूर्ति ने. सोहैल कहते हैं “मैं हमेशा अपने दादाजी के साथ रहता था, उनके साथ हर रिकॉर्डिंग में जाता था. यही नहीं मैंने अठारह वर्ष की आयु से अपने पापा को असिस्ट करना शुरू कर दिया था. मेहुल कुमार की 'कोहराम" में अपने पापा के साथ मिलकर बैकग्राउंड म्युज़िक दिया था और स्वतंत्र रूप से फिल्म 'शीशा" के लिए बैकग्राउंड म्युज़िक दे चुके हैं.
“ क्या इस क्षेत्र में पापा की पहचान काम आ रही है ? “देखिए मेरे लिए पापा की पहचान से अधिक उनका अनुभव काम आ रहा है.“ क्या दूसरों की तरह दूसरों के संगीत से प्रेरित होंगे या अपने संगीत को प्राथमिकता देंगे ? इस सवाल के जवाब मं एक बार फिर सोहैल पूरे आत्मविश्वास से कहते हैं “मैं अपने काम से लोगों को ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करना चाहता हूं. दूसरों के संगीत को कॉपी करने की बजाय मैं क्रिएट करना पसंद करूंगा.“ वैसे अपनी बात को साफ करते हुए सोहैल यह कहना नहीं भूलते हैं कि सात सूर हैं कहीं न कहीं तो मिलेंगे ही.
इन दिनों संगीत के क्षेत्र में काफी प्रतियोगिता का आलम है. सिर्फ भारत के ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के संगीतकार भी बॉलीवुड की तरफ आकर्षित हो रहे हैं. उनसे किसी तरह का डर है ? “जी हां आपकी बातों से मैं सहमत हूं. आ तो काफी रहे है मगर देखना यह है कि न्याय कितने लोग करते हैं. वैसे मैं काफी खुश हूं तथा उत्साहित भी हूं क्योंकि किसी भी क्षेत्र में प्रतियोगिता तगडी होनी चाहिए.“
अपने
पापा
के
अलावा
पूराने
संगीतकारों
में
सोहैल,
मदन
मोहन
तथा
आर
डी
बर्मन
के
ज़बर्दस्त
प्रशंसक
हैं.
सिर्फ
पूराने
ही
नहीं
आज
के
संगीतकारों
में
सोहैल
प्रीतम
और
ए
आर
रहमान
से
काफी
प्रभावित
हैं.
'सिर्फ"
के
अलावा
सोहैल
सहारा
मोशन
पिक्चर्स
के
बैनर
तले
बनने
वाली
सलीम
आफताब
की
फिल्म
'द
मर्डरर"
के
लिए
संगीत
दे
रहे
हैं.
इस
फिल्म
में
बतौर
नायक
मिमोह
चक्रवर्ती
है.