आजकल, एकता कपूर की एक वेबसीरीज़ की चर्चा ज़ोरों पर है। आल्ट बालाजी पर जल्दी ही The Verdict - State Vs Nanavati नाम की सीरीज़ रिलीज़ होने जा रही है और ये सीरीज़ है देश के सबसे चर्चित लव स्कैंडल नानावटी केस पर। अक्षय कुमार की रूस्तम भी इसी केस को परदे पर उतार चुकी है और अक्षय कुमार को इस फिल्म के लिए नेशनल अवार्ड मिला चुका है।
लेकिन इस केस के बारे में बात करते हुए एकता कपूर ने कहा कि आज तक कोई भी फिल्म इस केस को ढंग से परदे पर नहीं उतार पाई है और ये काम करेगी 10 एपिसोड की उनकी ये सीरीज़ जिसमें मानव कौल मुख्य भूमिका निभाते नज़र आएंगे।
सीरीज़ के बारे में बात करते हुए एकता कपूर ने कहा कि जितनी फिल्में बनी हैं वो केवल केस का एक पक्ष दिखाती है जहां एक आदमी ने गुस्से में अपनी पत्नी के आशिक का कत्ल कर दिया। हालांकि कोई भी फिल्म ये पक्ष नहीं दिखाना चाहती है कि ये अफेयर दो तरफा था। यानि कि जितनी गलती आशिक की थी, उतनी ही गलती नानावटी की पत्नी की भी थी। एकता कपूर का कहना है कि उनकी वेबसीरीज़ इस केस का दूसरा पहलू दिखाकर लोगों पर फैसला छोड़ना चाहेगी क्या वाकई ये केस वैसा था जैसा इसे बना दिया गया। गौरतलब है कि ये भारत का पहला केस था जिसे इतनी मीडिया कवरेज मिली थी। मीडिया ने ही इस केस को बदला था। जानिए केस से जुड़ी कुछ बेहद दिलचस्प बातें - ये कहानी है कवास मानेकशॉ नानावटी को नेवी में अफसर थे। उनकी उम्र 38 साल थी और उनके परिवार में अंग्रेज़ी मूल की पत्नी सिल्विया और दो बच्चे थे। नानावटी काम के सिलसिले में अक्सर बाहर रहते थे और इस दौरान उनकी पत्नी मिली आहूजा से जिनके साथ उनके प्रेम संबंध हुए। लेकिन इस बात की भनक नानावटी को नहीं थी। एक रात नानावटी के पूछने पर सिल्विया ने कुबूल किया कि वो आहूजा से प्यार करती हैं। इस पर नानावटी ने खुद को मारने का फैसला किया जिससे उनकी बीवी सुकून से रह सके। इसके बाद नानावटी बीवी और बच्चों को अगले वादे के मुताबिक फिल्म दिखाने ले गए पर खुद वहां से निकल कर आहूजा के घर पहुंचे जो उस वक्त नहाकर निकला था। इसके बाद नानावटी ने आहूजा से पूछा कि क्या तुम मेरी बीवी से शादी करोगे? और क्या तुम मेरे बच्चों का ज़िंदगी भर ख्याल रखोगे? आहूजा का कहना था कि हर औरत उससे प्यार करेगी तो वो सबसे शादी तो नहीं कर सकता और नानावटी ने तीन गोलियां चला दीं। इसके बाद नानावटी ने अपने सीनियर को इसकी इत्तिला दी और पास के पुलिस स्टेशन में सरेंडर कर दिया था। उनके केस पर पूरे देश को तरस आया था। और सबका मानना था कि गोली गुस्से में चली जबकि नानावटी खुद को मारने पहुंचे थे। नानावटी देश को रसूखदार लोगों में थे और पंडित नेहरू से लेकर कई बड़े लोगों की सिक्योरिटी के ज़िम्मेदार थे। उन पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगा और उन्हें जेल भी हुई। तीन साल बाद उन्हें गवर्नर ने माफ कर दिया और नानावटी, परिवार सहित देश छोड़कर चले गए। उनकी कहानी को राजकपूर ने ये रास्ते हैं प्यार के नाम की फिल्म में उतारा जो फ्लॉप थी। फिल्म में सुनील दत्त मुख्य भूमिका में थे। इस कहानी को दोबारा परदे पर गुलज़ार ने उतारा अचानक नाम की फिल्म। हालांकि फिल्म पूरी तरह से इस कहानी पर नहीं बनी थी। हालांकि फिल्म को काफी पसंद किया गया और पूरी फिल्म में सिर्फ एक गाना था। अब मानव कौल के सामने ये टास्क है कि जिस भूमिका को अक्षय कुमार निभा चुके हैं और लोगों के दिल में छप चुकी है उस पर अपनी छाप छोड़ना। वो भी उस भूमिका के लिए जिसके लिए अक्षय कुमार को नेशनल अवार्ड मिल चुका है।