शाहरूख खान ने 1992 में बॉलीवुड में अपना डेब्यू किया था। 26 सालों से वो फैन्स को अपना दीवाना बनाए हुए हैं। उनकी पहली फिल्म का नाम भी दीवाना था। धीरे धीरे शाहरूख खान रोमांस के बादशाह कहलाने लगे और आज सब उन्हें किंग खान के नाम से जानते हैं। इन 26 सालों में शाहरूख खान की स्टारडम कहां से कहां पहुंच गई, ये सबने देखा।
लेकिन शाहरूख खान से इस स्टारडम के बारे में पूछो तो वो थोड़ा सा झिझक जाते हैं। एक मीडिया हाउस को इंटरव्यू देते हुए शाहरूख ने बताया कि मुझे ये इमेज या स्टारडम जैसी चीज़ मेरे लिए नहीं है। मुझे नहीं पता कि ये बन कैसे गई। मुझे नहीं पता कि लोग क्यों मेरे घर के सामने खड़े हो जाते हैं और मेरा इंतज़ार करते हैं।
जो कुछ भी वो मेरे बारे में जानते हैं, या जो भी उन्होंने देखा है वो एक फिल्म है, जिसमें मैं, एक्टिंग कर रहा हूं। वो तो सच भी नहीं है। तो मैं इस स्टारडम को सच कैसे मान लूं। मैं तो बस पांच फीट नौ इंच का आदमी हूं जो रोज़ अपने काम पर जाता है और एक्टिंग करता है। शाहरूख खान आजकल, अपनी फिल्म ज़ीरो प्रमोट कर रहे हैं। आनंद एल राय के निर्देशन में बनी ये फिल्म 21 दिसंबर को रिलीज़ हो रही है। फिल्म में शाहरूख के साथ कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा दिखाई देंगी। फिल्म हर आदमी के अंदर की कमियों का जश्न मनाती है। वैसे जानिए बॉलीवुड को अब तक क्यों नहीं मिल पाया है दूसरा शाहरूख खान - उनके पास कोई गॉडफादर नहीं था। जब शाहरूख ने इंडस्ट्री में कदम रखा तो उनके पास कोई सिफारिश नहीं थी। उन्होंने अपने दम पर अपनी सफलता की कहानी लिखी। पहले छोटे परदे पर कदम जाए फिर निगेटिव किरदार निभाए। शाहरूख ने हर तरह से खुद को साबित किया। ऐसा नहीं है कि शाहरूख इस इंडस्ट्री के सबसे उम्दा कलाकार है पर वो जो भी करते हैं उसमें वो बेहतरीन हैं। वो ऋतिक की तरह डांस नहीं कर सकते, सलमान की तरह मासूम नहीं लग सकते पर उनके जैसा रोमांस कोई नहीं कर सकता। शाहरूख हमेशा से पारिवारिक इंसान हैं। उन्होंने इंडस्ट्री में आते ही शादी कर ली। इसके बाद परदे पर रोमांस को इबादत की तरह उतारा। लेकिन इस कड़ी में उनका परिवार और पत्नी कहीं पीछे नहीं छूटी। शाहरूख कभी अपनी सफलता में झूमते नहीं दिखते। जहां जिसको जितना क्रेडिट देना चाहिए उन्होंने दिया। यहूी खुशमिज़ाज़ी उनके काम करने के अंदाज़ में भी दिखती है। शाहरूख एक शानदार कलाकार हैं और उनके अंदर दर्शकों को बांधने की कला है। यही खूबी उन्हें सबसे अलग खड़ा कर देती है। वो हर इंसान से जुड़ना जानते हैं। शाहरूख को जब जहां एटीट्यूड दिखाना चाहिए उन्होंने खुलकर दिखाया और इसीलिए उन्हें फैन्स ने सर आंखों पर बिठाया। उन्होंने बस अपना काम किया और जहां प्रतिक्रिया देनी चाहिए वहां दी। चाहे वानखेड़े स्टेडियम या बेटे अबराम का जन्म। शाहरूख हर रोल को दिल से करते हैं और शायद यही कारण है कि वो परदे पर राज, राहुल, रोहन, सूरी ही लगे कभी शाहरूख दिखे ही नहीं। यह काबिलियत कम ही एक्टर्स में दिखती है। शाहरूख, उनके डिंपल्स और मुस्कान इस इंडस्ट्री की सबसे कीमती चीज़ है और ये बात किंग खान खुद भी जानते होंगे। तभी तो परदे पर जादू करते वक्त वो इनका इस्तेमाल करना कतई नहीं भूलते। शाहरूख खान ऐसे दोस्त हैं जो दोस्तों के लिए कुछ भी करते हैं। यही उन्होंने फराह खान के साथ किया भी जिसके लिए इंडस्ट्री ने उन्हें माफ भी कर दिया। काजोल से लेकर करन जौहर तक उनकी दोस्ती हमेशा दिल से निभी है। इसके बिना तो यह लिस्ट अधूरी है। शाहरूख ने रोमांस को जैसा जिया है वैसा कोई नहीं कर सकता। एक तरह से कहा जाए तो इस देश की कई पीढ़ियों के लिए रोमांस मतलब है कुछ कुछ होता है या दिल तो पागल है। अब इतनी सारी खूबियां किसी एक इंसान में तो नहीं मिल सकती और न ही मिल सकता है शाहरूख जैसा एक्टर।