साल 2016 में फिल्म हाउसफुल 3 के बाद अभिषेक बच्चन ने एक लंबा ब्रेक लिया और अब वे अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी फिल्म मनमर्जियां से वापसी कर रहे हैं। जाहिर है अभिषेक इस फिल्म को लेकर बेहद उत्साहित हैं और उनकी खुशी और बेताबी हमने इंटरव्यू के दौरान भी देखी।
मनमर्जियां 14 सितंबर को सिनेमाघरों में दस्तक देगी। फिल्म में अभिषेक बच्चन के साथ तापसी पन्नू और विकी कौशल भी नजर आएंगे। हाल ही में फिल्म के प्रमोशन के दौरान जूनियर बच्चन ने फिल्मीबीट से खास बातचीत की, जहां उन्होंने अपने दो साल के ब्रेक से लेकर मनमर्जियां की रिलीज तक खुलकर बातें शेयर की।
अभिषेक बच्चन ने कहा मेरे पिता अमिताभ बच्चन ने 1992 में 'खुदा गवाह' की रिलीज के बाद फिल्मों से एक लंबा ब्रेक लिया था। उन्होंने एक दिन मुझसे कहा कि वह मेरी जिंदगी की सबसे गलती थी क्योंकि मुझे लगता है कि मैंने दर्शकों से कनेक्शन तोड़ लिया था। लेकिन जब मैं आज अपने इन दो सालों को देखता हूं तो मुझे यह अपनी जिंदगी के सबसे अहम दो साल लगते हैं। इन दो सालों ने मेरे अंदर वापस वह भूख जगाई है, जो मुझे रिफ्यूजी के समय पर थी। अब मैं रुकने वाला नहीं हूं। यहां पढ़ें इंटरव्यू से कुछ प्रमुख अंश- फ़िल्म की कहानी। मुझे ये कहानी बहुत दिलचस्प लगी। बहुत कम ही होता है अनुराग कश्यप एक शुद्ध लव स्टोरी बना रहे हैं। मुझे लगा जब अनुराग एक लव स्टोरी बना रहे हैं तो कुछ अलग ही करेंगे। मुझे बहुत खुशी हो रही है। मैं इस फ़िल्म को लेकर बेहद उत्साहित हूं। ज़्यादातर ऐसा होता कि जब फ़िल्म रिलीज़ पर होती है तो हम नर्वस रहते हैं। लेकिन इस बार मैं उत्साहित हूं, मैं चाहता हूं कि लोग ये फ़िल्म देखें। मैं दर्शकों की प्रतिक्रिया देखना चाहता हूं। दरअसल नहीं, बिल्कुल भी नहीं। मैं शुरू से ही फ़िल्म की कहानी, इसकी टीम को लेकर बहुत कॉन्फिडेंट हूं। मुझे अनुराग पर बतौर निर्देशक बहुत भरोसा है। फ़िल्म में मेरा किरदार रॉबी का है। जो एक बैंकर है, लंदन में काम करता है। है अमृतसर का, लेकिन पिछले 5, 6 साल से लंदन में रह रहा है। वो अमृतसर लौट कर आता है शादी करने के लिए। यहाँ उसे रूबी से प्यार हो जाता है, जो किसी और से प्यार करती है। फिर फ़िल्म में लव ट्रेंगल शुरू होता है। बहुत अच्छा रहा। तापसी ने पापा के साथ फ़िल्म की थी पिंक। मैं उस समय से उन्हें जानता हूं। विकी को मैं काफी सालों से जानता हूं। मैंने उनके पिताजी श्याम कौशल जी के साथ काफी काम किया है। फ़िल्म से बाहर तो दोनों स्व मिलता रहा हूं लेकिन पहली बार साथ काम करने का मौका मिला। दोनों बहुत ही अच्छे कलाकार हैं, मंझे हुए कलाकार हैं। उनके साथ काम करके बहुत कुछ सीखने को मिला। आज के कलाकार बहुत तैयार होकर आए हैं। विकी कौशल को ही देखें, इस साल उन्होंने राज़ी, संजू और मनमर्ज़ियाँ में नज़र आये हैं और तीनों ही फिल्मों में बिल्कुल अलग किरदार। वह शानदार कलाकार हैं। मैं बहुत खुश हूं कि कबड्डी को वह पहचान मिल रहा है, जो काफी पहले ही मिल जाना चाहिए था। यह हमारा खेल है, देश का खेल है। इसकी जड़ें हमारी पौराणिक कथाओं से है। तो मैं बहुत खुश हूं कि इस खेल और इसके खिलाड़ियों को अलग पहचान मिल रही है। हां, मैं जेपी दत्ता की पलटन करने वाला था। लेकिन कई वजह से नहीं कर पाया। बहुत दुख हुआ मुझे क्योंकि यह जेपी सर की फ़िल्म है और जेपी सर के लिए मैं कुछ भी करने को तैयार हूं। उन्होंने मुझे जन्म दिया था इस इंडस्ट्री में। परिवार की तरह हैं वो। हां, हम साथ में काम कर रहे हैं। यह बहुत ही प्यारी स्क्रिप्ट है। फिलहाल हमें यह नहीं पता कि फ़िल्म कब शुरू होगी लेकिन हम इस फिल्म को लेकर काफी उत्साहित हैं। मैंने कुछ 3 साल पहले यह निर्णय लिया था कि मैं थोड़ा थामना चाहता हूं। यह सोचा समझा निर्णय था। कहीं ना कहीं मैं खुश नहीं था, अपने काम को लेकर। मुझे लग रहा था कि बहुत ही आसानी से सब कुछ हो रहा है। मैं नहीं चाहता था कि बतौर एक्टर मैं कभी आरामतलबी का शिकार हो जाऊं। लेकिन बहुत सारी फिल्में थी, सभी ठीक ठाक चल भी रही थी। मुझे तारीफ भी मिल रही थी। लेकिन मुझे पता था कि मैं मेहनत नहीं कर रहा हूं। जब रात भर आप सोचें ना को कल का सीने कैसे करना है, तो कुछ कमी तो है। इसीलिए मुझे लगा थोड़ा रुक जाना बेहतर है। यह दो साल मेरे लिए बहुत अहम रहे हैं। मुझमें वही भूख खत्म हो रही थी क्योंकि सब कुछ आसानी से हो रहा था। लेकिन अब आज मुझमें वही भूख है जो रिफ्यूजी के समय थी। अब मैं नहीं रुकूंगा। तो अब आपलोग सब तैयार हो जाओ।