बॉलीवुड की सबसे बड़ी और बेहतरीन गैंगस्टर फिल्म आज 21 साल पुरानी हो गई है। जी हां! हम बात कर रहे हैं 1990 में आई फिल्म सत्या की। मनोज बाजपेयी और उर्मिला मातोंडकर की फिल्म सत्या आज भी बॉलीवुड की सबसे बड़ी गैंगस्टर फिल्म मानी जाती है। जिसका सबूत इस फिल्म को मिले ताबड़तोड़ अवॉर्ड्स भी है। ये फिल्म अंडरवर्ल्ड पर आधारित है जिसका निर्देशन किया था रामगोपाल वर्मा ने। इसके साथ ही आपको जानकर हैरानी होगी कि ये फिल्म काल्पनिक किरदारों से नहीं बल्कि रियल कैरेक्टर्स पर आधारित है।
[संजय दत्त से बड़ा खलनायक नहीं, ये 10 फिल्में हैं सबूत, चौंक जाएंगे आप]
बात की जाए फिल्म के कलाकारों की तो इसमें काफी सारी स्टारकास्ट है। मनोज बाजपेयी, उर्मिला मातोंडकर, जेडी चक्रवर्ती, परेश रावल, सौरभ शुक्ला, आदित्या श्रीवास्तव के साथ और भी बॉलीवुड सितारे इस फिल्म का हिस्सा रहे हैं। फिल्म को लोगों ने काफी पसंद किया था। इस फिल्म के लिए डायलॉग लिखने वाले और कोई नहीं बल्कि अनुराग कश्यप थे, जो उस वक्त सिर्फ 20 साल के थे। बाद में रामू ने ये काम विजय तेंदुलकर को सौंपा। लेकिन उसी बीच तेंदुलकर बीमार हो गए जिसके बाद ये काम उन्होंने सौरभ शुक्ला को दिया, जिन्होंने फिल्म में कल्लू मामा का किरदार निभाया है।
इस फिल्म का एक एक किरदार से लेकर डायलॉग, गाने और कहानी एकदम जबरदस्त थी। फिल्म ऑडिएंस को ऐसा दीवाना कर डाला कि सत्या न सिर्फ ब्लॉकबस्टर हुई बल्कि इसके लिए अवॉर्ड की झड़ी लग गई। आगे जानें इस धमाकेदार फिल्म से जुड़ी कुछ बेहद दिलचस्प बातें- इस फिल्म को को समीक्षकों ने '1990 की सबसे बेहतरीन फिल्म माना और इसे ऑल टाइम बेस्ट गैंगस्टर फिल्म के खिताब से भी नवाज़ा गया। हॉलीवुड ने इस फिल्म के साथ अपने नॉयर सिनेमा के जॅनर में एक नया मुंबई नॉयर सबजॅनर जोड़ा। आपको बता दें कि इस फिल्म के डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि अंग्रेजी लेखक कॉलिन विल्सन की किताब 'द क्रिमिनल हिस्ट्री ऑफ मैनकाइंड' से ये फिल्म काफी प्रेरित है। रामगोपाल ने बताया कि इस फिल्म में कोई भी चरित्र काल्पनिक नहीं है। हर चरित्र रीयल लाइफ से उठाया गया है। इसमें कुछ का सीधे अंडरवर्ल्ड से वास्ता रहा तो कुछ उस दुनिया के बाहर के थे। बात की जाए कल्लू मामा के कैरेक्टर की तो ये चरित्र एक ऐसे पूर्व गैंगस्टर पर आधारित था, जिससे राम गोपाल वर्मा की मुलाकात हुई। पहली मुलाकात में रामगोपाल वर्मा काफी असहज रहे मगर बाद में उस व्यक्ति से गहरी दोस्ती हो गई। जेडी चक्रवर्ती ने 'सत्या' से पहले रामू की पहली फिल्म शिवा में एक छोटा सा किरदार निभाया था। उर्मिला इस फिल्म के लिए रामू की पहली पसंद नहीं थीं। वे महिमा चौधरी को लेना चाहते थे लेकिन महिमा ने अंडरवर्ल्ड की थीम होने की वजह से इस फिल्म को करने से मना कर दिया था। 'सत्या' को छह फिल्मफेयर अवार्ड मिले थे जिसमें बेस्ट मूवी, बेस्ट एक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस और बेस्ट एडिटिंग भी शामिल था। {document1}