इमरानन हाशमी की फिल्म मिस्टर एक्स जल्द ही सिनेमाघरों पर दस्तक देने आ रही है। फिल्म में अमायरा दस्तूर ने इमरान हाशमी के अपोजिट काम किया है। मिस्टर एक्स इमरान हाशमी की पहली फिल्म हो जो उनके बेटे ने देखी है।
चूंकि मिस्टर एक्स एक अदृष्य आदमी की कहानी है तो कुल मिलाकर कुछ किसिंग सीन्स ऐसे हैं जिनमें इमरान हाशमी की जरुरत ही नहीं पड़ी। तो आइये खुद इमरान से जानते हैं मिस्टर एक्स से जुड़ी कुछ ऐसी बातें जिनके बारे में आप भी नहीं जानते होंगे।
मिस्टर एक्स के बारे में कुछ बताइये क्या कहानी है और कैसे बनता है रघु मिस्टर एक्स?
इसका नाम है रघु जो कि एक एंटी टेररिस्ट स्काड का सदस्य है। वो एक बहुत ही ड्रामाटिक सिचुएशन से गुजरता है जिसके चलते उसका पूरा शारिरिक रुपांतरण हो जाता है। उसकी नसें रौशनी को रिफलेक्ट नहीं करतीं। वो कुछ ही परिस्थियों में देखा जा सकता हैा। दुनिया के लिए वो मर चुका है लेकिन वो अभी भी इस दुनिया में मौजूद है बिना अपने अस्तित्व के। वो उन लोगों से बदला लेने की कोशिश करता है जिन्होंने उसका ये हाल किया है। वो खुद को मिस्टर एक्स टाइटल देता है जो कि मेरे हिसाब से रघु राम राठौड़ के लिए सबसे कूल नाम है।
तो रघु कैसे अपने शरीर से अलग होकर जिंदा रह जाता है?
वो केमिकल रिफाइनरी में जल जाता है। लाइफ सेविंग टेस्ट ड्रग्स वो लेता है जिसके रिएक्शन के चलते उसके सात ये होता है। एक फार्मास्यूटिकर कंपनी बहुत से दवाइयों व केमिकल्स का टेस्ट करती रहती है एक डॉक्टर उसकी जिदंगी बचाने की कोशिश करता है वो बच तो जाता है लेकिन उसकी सेल्स काम करना बंद कर देती हैं।
मिस्टर एक्स को लोग हॉलोमैन से काफी रिलेट कर रहे हैं। आपका क्या कहना है?
ये कंसेप्ट बिल्कुल ही अलग है हॉलोमैन से कहीं भी मिलती जुलती नहीं है। रघु का किरदार, उसकी प्रेम कहानी सबकुछ अलग है। वो पहले एक्ट में दिखाते हैं कि दोनों साथ में काम करते हैं, अच्छे दोस्त हैं लेकिन फिर रघु के अंदर कुछ बदलाव आते हैं जिसके चलते लड़की उससे नफरत करने लगती है।ये ट्रेक हॉलोमैन में भी नहीं है और ना ही मिस्टर इंडिया में। इसमें रघु वापस अपने शरीर में वापस नहीं आ सकता।
चूंकि फिल्म में आप अदृष्य इंसान बने हैं तो किसिंग व स्टीमी सीन्स में भी आप मौजूद थे या आप गायब ही रहे?
कुछ सीन्स के दौरान आपको वहीं पर होना जरुरी नहीं था। कुछ सीन्स के दौरान 3डी व टेक्नॉलोजी के चलते आपको काफी ध्यान रखना पड़ता था। परफॉर्मंस में कुछ फर्कन हीं था बस अपने इमोशन्स को थोड़ा रोक कर रखा गया। कुछ सीन्स मैंने पहले शूट किये और बाद में मुझे टेक्नॉलोजी के जरिये हटा दिया गया। पेंट सीक्वेंस के दौरान मैं इंडिया में ही नहीं था। वो सीन मेरे बिना शूट किया गया।
पिछले कुछ समय से आपकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर नहीं चल रही हैं। क्या वजह लगती है आपको?
मैं हमेशा उम्मीद करता हूं कि मेरी हर फिल्म दर्शकों को पसंद आए। ये मेरा एक रिइनवेंशन फेस है। पिछले 8-10 सालों में फिल्में बॉक्स ऑफिस पर चल रही थीं लेकिन एक समय के बाद कुछ अलग करना बेहद जरुरी होता है। कुछ अलग करने के लिए आपको एक्सपेरिमेंट करना पड़ता है औरअक्सर ही आपको इसका भुगतान भी करना पड़ता है। मिस्टर एक्स के बाद हमारी अधूरी कहानी, अजहर अगले साल, इन फिल्मों के जरिये मैं काफी कुछ अलग दिखाने की कोशिश कर रहा हूं।
राजा नटवरलाल ने अच्छी कमाई नहीं की। क्या आपको लगता है मिस्टर एक्स आपके करियर को हिट फिल्म देगी?
एक एक्टर के नाते मैं हर फिल्म को अपना 100 प्रतिशत देता हूं। कभी कभी फिल्में काम करती हैं कभी कभी नहीं। मैं फ्लॉप की तो गारंटी दे सकता हूं लेकिन हिट की कोई गारंटी नहीं है। मिस्टर एक्स के लिए हमने सालों दिये हैं उम्मीद है कि ये दर्शकों को पसंद आए।
चूंकि मिस्टर एक्स का कंसेप्ट काफी हॉलिवुड फिल्मों जैसा है तो क्या ये फिल्म हॉलिवुड फिल्मों की बराबरी कर सकेगी?
हॉलिवुड फिल्मों का बजट काफी अच्छा खासा होता है। मिस्टर एक्स में टेक्निकल तौर पर काफी अच्छा काम किया गया है। करीब 10 महीनों तक फिल्म के ग्राफिक्स, इफेक्ट्स पर काम किया गया। फिल्म की कहानी हमारी सभ्यता संस्कृति पुराणों से काफी जुड़ी हुई है। अगर बजट में कहीं कमी हुई है तो उसे हमने फिल्म को अपनी सभ्यता से जोड़कर पूरा कर दिया है।
मिस्टर एक्स नाम सुनकर और अदृष्य इंसान की कहानी सुनकर बच्चे काफी उत्साहित हैं। लेकिन उनके माता-पिता इस चिंता में हैं कि उनके बच्चे क्या इमरान हाशमी की फिल्म देख सकते हैं। क्या कहना चाहेंगे आप?
मुझे पता है कि वो ये सोच रहे होंगे, मैं जब भी ये कहता हूं कि ये फैमिली फिल्म है तो लोगों की तरफ से एक लुक आता है कि आपने पारिवारिक फिल्म की है। लेकिन मैं उन्हें ब्लेम नहीं देता क्योंकि इससे पले मैंने जो भी फिल्में की हैं वो टोटल एडल्ट फिल्में थीं। शुक्रवार को मेरी टिपिकल ऑडियंस आएगी लेकिन शनिवार रविवार को पारिवारिक लोग अपने बच्चों के साथ आएंगे अगर उन्हें ये सुनने को मिला कि मिस्टर एक्स एक अच्छी फिल्म है और मेरी फिल्मों की तरह इसमें इतने भी स्टीमी, किसिंग सीन्स नहीं हैं। हमारी कंट्री में यू या यूए सर्टिफिकेट मिलती है। ये फिल्म 10 साल से ऊपर के बच्चों के लिए है. जिन बच्चों के बोर्ड इक्जाम खत्म होंगे अप्रेल में वो आकर इस फिल्म देख सकते हैं।
आपके बेटे ने देखी है मिस्टर एक्स कैसी लगी उन्हें?
मिस्टर एक्स पहली फिल्म है जिसे मेरे बेटे ने देखी है। वो पांच साल के हैं और उनके दोस्त भी साथ में फिल्म देखने आए थे। उन्होंने गाने व फिल्म का ट्रेलर देखा था। सबसे फनी बात थी कि उनके आंखों से 3डी ग्लासेस बार बार गिरे जा रहे थे। फिल्म के कुछ सीन्स उनके लिए थोड़े डरावने थे लेकिन कुछ सीन्स में वो डांस भी कर रहे थे। वो दोबारा इसे देखना चाहते हैं।
मिस्टर एक्स के सीक्वल के बारे में कुछ सोचा है?
सीक्वल मिस्टर एक्स किरदार किसी सुपरहीरो के कैरेक्टर में फिट नहीं होता क्योंकि इसके पास पावर तो है लेकिन वो सुपर हिरो बिना खुद के बारे में सोचे समाज और लोगों के लिए चीजें करता है। तो फिल्हाल तो मिस्टर एक्स सुपर हीरो के कंसेप्ट में फिट ही नहीं होता। हो सकता है कि इसके बाद क्योंकि वो वापस से अपने शरीर में नहीं लौट सकता तो इसलिए वो हो सकता है सेकेंड या थर्ड सीक्वल में सुपर हीरो की इमेज में फिट हो जाए। वैसे शुक्रवार ही बताएगा कि वो सुपर हीरो बनेगा या नहीं।
क्या असल जिंदगी में कभी किसी अदृष्य शक्ति से सामना हुआ है?
मैं भूतों या अदृष्य चीजों पर विश्वास नहीं रखता। हालांकि मैंने खुद कई हॉरर फिल्मों में काम किया है लेकिन मैं खुद उनपर यकीन नहीं करता ना ही ऐसा कुछ महसूस किया है।
आप अक्सर सुपरस्टार्स के साथ काम नहीं करते। सिर्फ अजय देवगन के साथ काम किया है। कैसा एक्सपीरियंस था कुछ बताना चाहंगे?
जब आप खुद से ज्यादा सीनियर व सक्सेसफुल एक्टर के साथ काम करते हैं तो आपका इनसेक्योर होना लाजिमी है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप फिल्म ना करें। मैंने अजय के साथ काम किया और मुझे महसूस हुआ कि वो क भी भी अपना स्टारडम नहीं लेकर चलते। उन्हें लगता था कि अगर मेरा सीन है तो वो उस सीन से ह ट जाते थे। इसीलिये मैंने वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई फिल्म की। मुझे मिलिंद पर भी पूरा भरोसा था। उसी वक्त मेरी फिल्म जन्नत को सफलता मिली थी और उसके बाद कहीं ना कहीं ये बात मन में थी कि वंस अपॉन में मेरा किरदार कहीं अजय के किरदार के सामने फीका ना पड़ जाए।
एक बार फिर से विद्या बालन के साथ आप हमारी अधूरी कहानी में नज़र आने वाले हैं। कैसा एक्सपीरियंस रहा इस बार?
डरटी पिक्चर के दौरान हमारा ज्यादा काम नहीं था। लेकिन हमारी अधूरी कहानी बहुत ही दिल को छू लेने वाली रोमांटिक फिल्म है इस फिल्म के दौरान हम दोनों को साथ में वक्त गुजारने एक दूसरे को समझने का मौका मिला। महिलाएं खास तौर पर हमारी अधूरी कहानी फिल्म पसंद करेंगी। मैंने हफ्ते भर पहले ये फिल्म देखी है और मुझे यकीन है कि दर्शक फिल्म पसंद करेंगे।
फिल्म निर्माण या निर्देशन में किसी तरह का शौक है आपको?
निर्दशक तो कभी नहीं बन सकता। लेकिन प्रोडक्शन अभी नहीं बाद में जरुर करना चाहूंगा।