राजकुमार हिरानी
राजकुमार हिरानी जीवनी
राजकुमार हिरानी उर्फ राजू हिरानी भारतीय फिल्म निर्देशक, स्क्रीनराइटर और फिल्म एडिटर हैं जो कि मुन्नाभाई एमबीबीएस, लगे रहो मुन्नाभाई, 3 इडियट्स, पीके जैसी सुपरहिट फिल्मों की वजह से जाने जाते हैं। इन सभी फिल्मों ने बॉक्सआफिस पर धमाल मचाया है। अपनी बेहतरीन फिल्मों से उन्होंने कई बार कई पुरस्कार जीते हैं। उनकी फिल्मों की खास बात यह होती है कि उनकी फिल्में मनाेरंक होने के साथ साथ संदेशपरक होती हैं और सभी के दिल को अासानी से छू जाती हैं।
पृष्ठभूमि-
हिरानी का जन्म नागपुर में एक सिन्धी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम सुरेश हिरानी है। जब सुरेश हिरानी 14 साल के थे तब भारत के विभाजन के दौरान हिरानी परिवार मेहराबपुर, सिंध जो कि अब पाकिस्तान कास हिस्सा है, से भारत आ गया।
पढ़ाई-
राजकुमार की पढ़ाई सेंट फ्रांसिस डीसेल्स हाई स्कूल, नागपुर, महाराष्ट्र से हुई थी। उन्होंने कॉमर्स से अपना स्नातक पूरा किया। उनका परिवार उन्हें चाटर्ड अकाउंटेंट के रूप में देखना चाहता था लेकिन उनका झुकाव थियेटर, फिल्मस की तरफ था। राजकुमार अपने पिता के बिजनेस में मदद करते थे लेकिन वे हिन्दी फिल्मों में अभिनेता बनना चाहते थे। कॉलेज के दिनों में वे हिन्दी थियेटर में शामिल होते थे। बाद में उन्होंने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट अॉफ इंडिया, पुणे से एडिटिंग का कोर्स किया।
शादी-
उनकी शादी मंजीत हिरानी से हुई है जिनसे उन्हें एक लड़का है जिसका नाम वीर हिरानी है।
करियर-
राजकुमार ने कई सालों तक फिल्म एडिटर के तौर पर अपना भाग्य आजमाया। इस दौरान हुए उनके बुरे अनुभवों ने उन्हें विज्ञापनों की तरफ रूख करने को मजबूर किया और एडवरटाइजिंग फिल्मों में उन्होंने अपने को निर्माता-निर्देशक के तौर पर स्थापित किया। वे फेवीकोल के विज्ञापन में भी दिखाई दिए। उन्होंने एडवाटाइजिंग इंडस्ट्री में अच्छा काम किया लेकिन उन्हें तो फिल्में बनानी थीं, इस वजह से उन्होंने विज्ञापनों से ब्रेक लिया और विधु विनोद चोपड़ा के साथ काम करना शुरू किया। उन्होंने फिल्म '1942: ए लव स्टोरी' के प्रोमोज और ट्रेलर्स पर काम किया। उन्होंने फिल्म 'करीब' के प्रोमोज को भी एडिट किया। उन्हें पहला बड़ा मौका तब मिला जब उन्होंने फिल्म 'मिशन कश्मीर' के लिए फिल्म एडिटर के तौर पर काम किया।
मुन्नाभाई एमबीबीएस से मिली पहचान-
निर्देशक के तौर पर उनकी पहली फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' थी जिसे भारी सफलता मिली। भारत के साथ साथ विदेशों में भी यह फिल्म हिट रही। इसके बाद उन्होंने इसी फिल्म का सीक्वेल 'लगे रहो मुन्नाभाई' बनाया जिसने एक बार फिर सभी का दिल जीता और इस फिल्म का भारत में काफी ज्यादा प्रभाव रहा और इसने गांधीवाद को और पापुलर बना दिया। फिल्म को आलोचकों के साथ साथ जनता ने भी काफी पसंद किया।
इसके बाद आई फिल्म '3 इडियट्स'। इस फिल्म ने हिन्दी सिनेमा के पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए और फिल्म ने भारत के साथ साथ विदेशी मार्केट में भी अच्छी कमाई की। इसके बाद फिल्म 'पीके' में भी अपनी क्षमता से बड़े वर्ग को हिरानी ने प्रभावित किया और फिल्म ने काफी अच्छा कारोबार किया और सारे रिकार्ड एक बार फिर तोड़ दिए।
प्रसिद्ध फिल्में-
1942: ए लव स्टोरी, करीब, मिशन कश्मीर, मुन्ना भाई एमबीबीएस, लगे रहो मुन्ना भाई, 3 इडियट्स, पीके।