कोंकणा सेन शर्मा
Born on 03 Dec 1979 (Age 44) New Delhi
कोंकणा सेन शर्मा जीवनी
कोंकणा सेन शर्मा एक भारतीय अभिनेत्री हैं। वह हिंदी फिल्मों के अलावा बंगाली फिल्मों में सक्रिय हैं। कोंकणा बॉलीवुड में अपने सरीखे अभिनय के लिए प्रसिद्ध हैं, जिसके लिए उन्हें दो बार राष्ट्रीय पुरूस्कार से भीसम्मानित किया जा चुका है। कोंकणा बॉलीवुड फिल्मों के साथ-साथ टीवी सीरियल और वेब सीरीज में भी नज़र आयी है।
पृष्ठभूमि
कोंकणा सेन शर्मा का जन्म बंगाली परिवार 3 दिसंबर 1979 को नई दिल्ली में हुआ था। इनके पिता का नाम मुकुल शर्मा है, जोकि एक विज्ञान लेखक और पत्रकार हैं। इनकी माँ का नाम अपर्णा सेन हैं, जोकि एक अभिनेत्री और फिल्म निर्देशक हैं। उनकी एक बड़ी बहन, कमलिनी चैटर्जी, भी हैं। कोंकणा के नाना, चिदानंद दासगुप्ता, एक फिल्म आलोचक, विद्वान, प्रोफेसर, लेखक और कलकत्ता फिल्म सोसाइटी के सहसंस्थापक हैं। उनकी स्वर्गीय दादी, सुप्रिया दासगुप्ता, प्रसिद्द आधुनिक बंगाली कवि जीबनआनंद दास की चचेरी बहन हैं।
पढ़ाई
कोंकणा ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई माडर्न हाई स्कूल फॉर गर्ल्स, कलकत्ता की है। कोंकणा ने अपनी स्नातक की पढ़ाई दिल्ली युनिवर्सटी के सेंट स्टीफेन कॉलेज से पूर्ण की है।
शादी
कोंकणा की शादी उनके कथित प्रेमी रणवीर शोरे से हुई है। उनके एक बेटा भी है हारुन सेन शौरी।
करियर
कोंकणा ने अपने करियर की शुरुआत एक बाल कलाकार के रूप में फिल्म इंदिरा से की थी। साल 2000 में उन्होंने अपनी पहली वयस्क कोंकणा ने फिल्म अभिनेत्री के रूप में बंगाली फिल्म एक जे आछे कन्या से शुरुआत की, जिसमे उन्होंने ने एक नकारात्मक चरित्र निभाया था। इसके बाद उन्होंने रितुपर्णो घोष की बहुप्रशंसित फिल्म तितली में मिथुन चक्रबोर्ती और अपनी माँ अपर्णा सेन के अपोजिट नज़र आयीं थीं।
कोंकणा को इंडस्ट्री में पहचान फिल्म मिस्टर एंड मिसेज़ अय्यर में मीनाक्षी अय्यर के रूप में मिली। उन्हें इस फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरूस्कार से भी नवजा गया। इस फिल्म का निर्देश उनकी माँ अपर्णा सेन के द्वारा किया गया था। इस फिल्म के बाद कोंकणा फिल्म जगत की जानी मानी अभिनेत्री बन गयी थीं। इसके बाद वह मधुर भंडारकर की फिल्म पेज 3 में एक पत्रकार के किरदार में नजर आई। इस फिल्म में उनकी बेहतरीन अदाकारी को देख आलोचक भी उनसे बिना प्रभावित हुए रह नहीं सके।इस फिल्म में उनका उनके दूसरा राष्ट्रीय पुरुस्कार दिलाने में कामयाब रहा।
साल 2006 में फिल्म ओमकार में एक गरीब अधेड़ महिला का किरदार निभाकर कोंकणा ने एक बार फिर क्रिटिकस को अपनी तारीफ करने करने के लिए मजबूर कर दिया था। उन्हें इस फिल्म के फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।
इसके बाद कोंकणा ने रितुपर्णो घोष के बंगाली कला फिल्म दोसर में अभिनय किया, जिसका प्रथम प्रदर्शन कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में किया गया। इस फिल्म के लिए उन्हें महिंद्रा इंडो-अमेरिकन आर्ट काउन्सिल (MIAAC) फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इसके बाद वह फिर एक मधुर भंडारकर की फिल्म ट्रैफिक सिगनल में दिखाई दी। इस फिल्म में वह एक वैश्या के किरदार में नजर आयीं थीं। 2007 में आयी उनकी दूसरी फिल्म अनुराग बासु की लाइफ इन ए... मेट्रो थी, यह फिल्म बॉक्सऑफिस पर अच्छी खासी कमाई करने में कामयाब रही थी। इस फिल्म में मुंबई के अलग अलग लोगों के जीवन का चित्रण किया था और कोंकणा की भूमिका एक जवान और असुरक्षित महिला की थी जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।
2007 के आखिर में, कोंकणा ने यशराज फिल्म बैनर के अंतर्गत दो फिल्मों में अभिनय किया। पहली फिल्म, प्रदप सरकार निर्देशित फिल्म लागा चुनरी में दाग थी। यह फिल्म बनारस की पृष्ठभूमि पर आधारित थी। फिल्म की कहानी दो बहनों के ऊपर केंद्रित थी। जिसमे बड़ी बहन रानी मुखर्जी अपने घर परिवार को अच्छा जीवन देने के लिए एक कॉल गर्ल बन जाती है। हालंकि फिल्म फ्लॉप रही। लेकिन क्रिटिक्सस ने दोनों अभिनेत्रीयोँ के अभिनय की बेहद सरहाना की। दूसरी फिल्म थी माधुरी की कमबैक फिल्म आजा नच ले। इस फिल्म कोंकणा बतौर सपोर्टिंग एक्ट्रेस नज़र आई थीं।
2008 में सेन शर्मा ने दिल कबड्डी में अभिनय किया। उन्होंने एक लघु फिल्म (हाउ कैन इट बी?) में भी काम किया। जिसका निर्देशन मीरा नायर ने एट नामक फिल्म परियोजना के लिए किया था और इसे सिनेमाघरों में जारी करने से पहले 2008 के कई फिल्म समारोहों में दिखाया गया था
2009 में वह एक कम बजट की अंग्रेजी फिल्म द प्रेसिडेंट इज कमिंग में दिखाई पडीं, इसका निर्देशन कुनाल रॉय कपूर ने किया था। फिल्म की शुरुआत सकारात्मक आलोचना के साथ हुयी. समीक्षा कोंकणा के पक्ष में दी गयी थी।
इसके बाद कोंकणा जोया अख्तर की फिल्म लक बाइ चांस में फरहान अख्तर के अपोजिट नजर आयीं। लेकिन बॉक्स ऑफिस पर फिल्म को प्रत्याशित सफलता नहीं मिली।
इसके बाद सेन 2009 में अयान मुखर्जी की रोमानी हास्य फिल्म वेक अप सिड मे रणबीर कपूर के संग रोमांस करती हुई नज़र आयीं।
2010 में कोंकणा ने अश्विनी धीर की हास्य फिल्म अतिथि तुम कब जाओगे में अजय देवगन और परेश रावल के विपरीत काम किया। यह एक कॉमेडी ड्रामा फिल्म थीं।2013 में वह एकता कपूर की फिल्म एक थी डायन में नज़र आयीं।
आने वाली फ़िल्में
सेन की आने वाली फिल्मों में गौर हरी दास्ताँ -द फ्रीडम फ़ाइल, लिपस्टिक वाले सपने,नोयडा और कादम्बरी शामिल है।
प्रसिद्ध फ़िल्में
इंद्रा, पिकनिक,तितली, अतिथि कब जाओगे, पेज 3, मिस्टर एंड मिसेज अय्यर, ओमकारा, ट्रैफिक सिग्न्ल,लागा चुनरी में दाग, लाइफ इन अ मेट्रो, फैशन, दिल कबड्डी, वेकअप सिड, एक थी डायन।