हार्ड कौर
Born on 29 Jul 1979 (Age 44) Kanpur
हार्ड कौर जीवनी
तरुण कौर ढिल्लन उर्फ़ हार्ड कौर एक ब्रिटनी-भारतीय रैपर और हिप-हॉप गायिका हैं। वह हिंदी सिनेमा मे बतौर अभिनेत्री और पार्श्व गायिका के रूप में भी सक्रीय हैं। हार्ड कौर खुद को पहली भारतीय महिला रैपर कहती हैं।
पृष्ठभूमि
हार्ड कौर का जन्म 29 जुलाई 1979 को उत्तर-प्रदेश कानपुर में हुआ था। जहां उनकी माँ एक छोटे से पार्लर का काम चलाती थीं। कौर बेहद छोटी थीं तभी उनके पिता की मृत्यु हो गयी थी। जिसके बाद उनकी माँ अपने मायके होशियारपुर वापस आ गयी। साल 1991 में उनकी माँ ने एक बिर्टिश नागरिक से शादी रचा ली और इंग्लैंड चलीं आयीं। कौर ने अपनी पढ़ाई वंही की, और धीरे-धीरे उनका रुझान हिप-हॉप संगीत की और होने लगा इसके बाद उन्होंने इसमें अपना करियर बनाने की सोची।
करियर
कौर ने सबसे पहले एक ग्लासी गाना गाया, जो यूके के चार्टबस्टर में हिट पर था। उसके बाद साल 2007 में श्रीराम राघवन की फिल्म जॉनी गद्दार के लिए कौर ने पैसा फेंक गाना गाया। जो यंगस्टर्स को बेहद पसंद आया। उसके बाद उन्होंने कई बेहतरीन गाने गाये, जो खासकर युवा वर्ग को बेहद पसंद आये। कौर का पहला सोलो एल्बम सुपरवोमेन 2007 में आया। 2008 में कौर ने यूके म्यूजिक अवार्ड में बेस्ट फीमेल एक्ट का अवार्ड जीता।
हार्ड कौर से जुड़े विवाद
हार्ड कौर ने अपने एक कॉन्सर्ट के दौर खास सिख समुदाय और उनके दसंवे गुरु गुरु गोबिंद सिंह जी के अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। जिस कारण उन्हें लोगों के गुस्से का शुक्र भी होना पड़ा था। जिसके बाद उन्होंने हार्ड कौर ने कहा कि ‘मैं किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहती थी। प्रस्तुति के दौरान मेरी टिप्पणी का गलत मतलब निकाला गया है। मैं एक रैपर हूं और यह संगीत प्रस्तुत करने का मेरा अंदाज था।फिर भी अगर मेरी टिप्पणी से किसी को चोट पहुंची है तो मैं उसके लिए तहेदिल से माफी मांगती हूं।
पृष्ठभूमि
हार्ड कौर का जन्म 29 जुलाई 1979 को उत्तर-प्रदेश कानपुर में हुआ था। जहां उनकी माँ एक छोटे से पार्लर का काम चलाती थीं। कौर बेहद छोटी थीं तभी उनके पिता की मृत्यु हो गयी थी। जिसके बाद उनकी माँ अपने मायके होशियारपुर वापस आ गयी। साल 1991 में उनकी माँ ने एक बिर्टिश नागरिक से शादी रचा ली और इंग्लैंड चलीं आयीं। कौर ने अपनी पढ़ाई वंही की, और धीरे-धीरे उनका रुझान हिप-हॉप संगीत की और होने लगा इसके बाद उन्होंने इसमें अपना करियर बनाने की सोची।
करियर
कौर ने सबसे पहले एक ग्लासी गाना गाया, जो यूके के चार्टबस्टर में हिट पर था। उसके बाद साल 2007 में श्रीराम राघवन की फिल्म जॉनी गद्दार के लिए कौर ने पैसा फेंक गाना गाया। जो यंगस्टर्स को बेहद पसंद आया। उसके बाद उन्होंने कई बेहतरीन गाने गाये, जो खासकर युवा वर्ग को बेहद पसंद आये। कौर का पहला सोलो एल्बम सुपरवोमेन 2007 में आया। 2008 में कौर ने यूके म्यूजिक अवार्ड में बेस्ट फीमेल एक्ट का अवार्ड जीता।
हार्ड कौर से जुड़े विवाद
हार्ड कौर ने अपने एक कॉन्सर्ट के दौर खास सिख समुदाय और उनके दसंवे गुरु गुरु गोबिंद सिंह जी के अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। जिस कारण उन्हें लोगों के गुस्से का शुक्र भी होना पड़ा था। जिसके बाद उन्होंने हार्ड कौर ने कहा कि ‘मैं किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहती थी। प्रस्तुति के दौरान मेरी टिप्पणी का गलत मतलब निकाला गया है। मैं एक रैपर हूं और यह संगीत प्रस्तुत करने का मेरा अंदाज था।फिर भी अगर मेरी टिप्पणी से किसी को चोट पहुंची है तो मैं उसके लिए तहेदिल से माफी मांगती हूं।